दिल्ली:
दिल्ली के जंतर-मंतर पर WFI प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिला पहलवानों से मिले आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जंतर-मंतर पहुंचीं। कांग्रेस महासचिव धरना देने वाले मंच पर बैठीं और पहवानों से बात की।

पहलवानों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर दो FIR दर्ज हुई हैं तो उसकी किसी को भी कॉपी नहीं मिली है। किसी को नहीं मालूम कि उस एफआई में क्या लिखा है। सरकार बृजभूषण शरण सिंह को क्यों बचा रही है, पहले इस शख्स को पद से हटाया जाय और उसके बाद मामले की जांच हो, वरना ऐसी जांच का कोई मतलब नहीं ।

प्रियंका ने कहा कि मुझे पीएम मोदी से कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि अगर उन्हें इन पहलवानों की चिंता है तो उन्होंने अभी तक उनसे बात या मुलाकात क्यों नहीं की। जब ये पहलवान पदक जीतकर लाती हैं तो वो उनको चाय पर बुलाते हैं, फोटो खिंचवाते हैं लेकिन आज जब वहीँ पहलवान इंसाफ के लिए सड़क पर बैठी हैं तो उन्हें बुलाकर क्यों उनकी बात नहीं सुनी जा रही है.

प्रियंका गांधी ने इससे पहले 26 अप्रैल को धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में ट्वीट कर कहा था, “खिलाड़ी देश का मान होते हैं। देश उन पर गर्व क्यों करता है? क्योंकि तमाम मुश्किलों के बावजूद अथक मेहनत और बहुत कुछ सहकर जब वे पदक जीतते हैं, तो उनकी जीत में हमारी जीत होती है, देश मुस्कुरा उठता है।” “महिला खिलाड़ियों की जीत बाकियों से बड़ी होती है। वे देश की संसद के बगल की सड़क पर आंखों में आंसू लिए बैठी हैं। लंबे समय से चल रहे शोषण के खिलाफ उनकी शिकायत कोई सुन नहीं रहा। मजबूत बाजुओं मगर भोले दिल की इन लड़कियों ने यकीन किया जब इनसे सरकार ने कहा कि जांच होगी। मगर जांच नहीं हुई। सजा का प्रश्न ही नहीं उठा। क्या सरकार दोषियों को बचाना चाहती है।”

बता दें कि शुक्रवार को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पहलवानों का धरना जारी है। शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज होने से पहले सुप्रीम कोर्ट में पहलवानों के आरोपों पर सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दिल्ली पुलिस को फटकार लगाईं। दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि वह कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप में एफआईआर दर्ज करेगी।