इंस्टेंटखबर ब्यूरो
पीड़ित वाल्मीकि परिवार से मिलने को गामज़न कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी को भले ही आगरा जाने से रोका गया, हिरासत में लिया गया मगर मामला जब तूल पकड़ने लगा तो योगी सरकार को फिर झुकना पड़ा और कांग्रेस नेता को आगरा जाने की अनुमति देनी ही पड़ी, प्रियंका ने देर रात आगरा पहुंचकर उस पीड़ित से परिवार से मुलाकात की जिसका पिता, जिसका पति, जिसका बेटा पुलिस हिरासत में मर गया. पीड़ित अरुण वाल्मीकि के परिवार ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

प्रियंका गाँधी ने पुलिस हिरासत में कथित तौर पर मारे गए सफाईकर्मी से मुलाकात कर उन्हें हर संभव न्याय का भरोसा दिलाया. प्रियंका गांधी के वहां पहुंचने से पहले ही पुलिस बल की भारी तैनाती की गई थी. मृतक के घर के आसपास का क्षेत्र छावनी में तब्दील कर दिया गया था.

प्रियंका गाँधी ने पीड़ित परिवार से मिलने के बात मीडिया से बात करते हुए कहा कि वाल्मीकि समाज के 17-18 लोगों को अलग जगह से पुलिस सन्डे को उठाकर ले गयी और ऐसी यातनाएं दी गयी जिसे सुनकर रूह काँप जाय. प्रियंका ने बताया कि परिवार वालों का कहना है कि पुलिस ने अरुण को इलेक्ट्रिक शॉक दिया है. यह किस तरह का देश बना रहे हैं यह लोग.

प्रियंका ने कहा कि क्या न्याय सिर्फ मंत्रियों और उनके बेटों को ही मिलेगा जो अपराध करके खुले आम घूम रहे हैं. प्रियंका ने कहा कि मुझसे घर वालों ने कहा कि हमें सरकार दस लाख पकड़ा कर यह समझते हैं कि हम चुप हो जायेंगे, हमें सिर्फ न्याय चाहिए। प्रियंका गाँधी ने पीड़ित परिवार को राजस्थान सरकार मुआवज़ा दिलाने की बात भी कही क्योंकि पीड़ित परिवार का एक हिस्सा भरतपुर में है जहाँ से कुछ लोगों को उठाया गया है और यहाँ के थाने में दिखाया गया है.