तालेबान लड़ाकों को काबुल में दाख़िल होने के निर्देश

टीम इंस्टेंटखबर
अफगानिस्तान में तालिबान की जीत के बीच राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया है। वहां के टोलो न्यूज़ ने यह खबर रविवार की शाम को दी है। तालिबान के प्रतिनिधियों के साथ काबुल में बातचीत के बाद गनी ने यह कदम उठाया है। सूत्रों के मुताबिक, अशरफ गानी अपनी कोर टीम के सदस्यों के साथ तजाकिस्तान भाग गए हैं।

पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि अफ़ग़ान राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी काबुल छोड़कर चले गए हैं। मीडिया का कहना है कि अशरफ़ ग़नी और उनके क़रीबी साथियों के काबुल से निकल जाने के बाद तालेबान को राजधानी काबुल में दाख़िल होने की अनुमति दे दी गई जबकि अफ़ग़ान और विदेशी नागरिक काबुल से लगतार बाहर निकल रहे हैं।

तालेबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट किया कि तालेबान लड़ाकों को काबुल में दाख़िल होने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

अफ़ग़ान समाचार एजेंसी तुलू के अनुसार दो सूत्रों ने पुष्टि की है कि तालेबान के काबुल में प्रवेश के बाद अशरफ़ ग़नी देश छोड़कर जा चुके हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अशरफ़ ग़नी के साथ उनके क़रीबी साथी भी देश छोड़कर चले गए हैं।

आज सुबह ही कार्यवाहक रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह अहमदी ने बताया था कि राष्ट्रपति गनी ने देश के राजनीतिक नेतृत्व को वर्तमान संकट को हल करने के लिए अधिकृत किया है। ऐसे में उनके देश छोड़ने के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे।

इसी के साथ तालिबान ने 20 साल बाद काबुल में फिर से अपनी हुकूमत कायम कर ली है। 2001 में अमेरिकी हमले के कारण तालिबान को काबुल छोड़कर भागना पड़ा था।

2001 से ही तालिबान अमेरिका समर्थित अफगान सरकार से जंग लड़ रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान का उदय भी अमेरिका के प्रभाव से कारण ही हुआ था। अब वही तालिबान अमेरिका के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बना हुआ है।