लखनऊ ब्यूरो
स्वतंत्रता दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेशवासियों के नाम दो पन्ने की चिट्ठी लिखी है जिसमें अखिलेश ने नया नारा दिया है “नई हवा है, नई सपा है, बड़ों का हाथ युवा का साथ”. उन्होंने बाइस में बाइसिकल के संकल्प के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं को जुट जाने को कहा है.

अखिलेश यादव अपनी अपील करते हुए कहते हैं कि आज़ादी की सालगिरह का ये दिन बड़ा स्पेशल है. देश स्वतंत्रता के तीन चौथाई सदी में प्रवेश कर रहा है. इसीलिए सब न्यू यूपी बनाने का संकल्प लें.

अखिलेश का आरोप है कि हर तरह के लोग आज परेशान हैं. अखिलेश ने कहा समाज में बंटवारे की राजनीति हो रही है. जिसके ख़िलाफ़ वे जीवन भर संघर्ष करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि मिलिट्री स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्हें ये सब सीखने को मिला. वे कहते हैं अनुशासन से ही शासन का पाठ मिलता है.

उन्होंने आरोप लगाया कि आज की सत्ता और सरकार दमनकारी है. सरकार का काम सर्विस प्रोवाइडर का है लेकिन सरकार ने तो लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. दिल्ली से लेकर लखनऊ तक डबल इंजन की सरकार से सब बेहाल हैं.

पीएम मोदी के लाल किले से दिए गए नए नारे “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के जवाब में अखिलेश यादव ने भी एक नारा दिया है कि सब आयें, सबको स्थान और सबको सम्मान.

अखिलेश यादव आगे लिखते हैं कि जनता परिवर्तन चाहती है. पब्लिक बदलाव के मूड में हैं. कोरोना की दूसरी लहर से लाखों लोगों की दुनिया उजड़ गई है. किसान, नौजवान, व्यापारी और सरकारी कर्मचारी सबका एक ही हाल है. इनका दुख दर्द बांटने के लिए समाजवादी पार्टी अभियान शुरू करने जा रही है. इसका मूल मंत्र रखा गया है – मुलाक़ात, मेल मिलाप और मदद. अगले साल की शुरूआत में यूपी में विधानसभा चुनाव हैं.