लखनऊ:
पूर्व सांसद व विधायक माफिया अतीक अहमद व उनके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीन शूटरों को सोमवार को प्रयागराज की नैनी जेल से प्रतापगढ़ जिला जेल शिफ्ट कर दिया गया. तीनों को दोपहर 12 बजे प्रयागराज से ले जाया गया। जानकारी के अनुसार नैनी जेल में तीनों शूटरों को जान का खतरा था।

बता दें कि अतीक अहमद का बेटा अली अहमद भी प्रयागराज की नैनी जेल में बंद है. इसलिए सुरक्षा के मद्देनजर तीनों आरोपियों को प्रतापगढ़ जिला कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया। लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य ने 15 अप्रैल की रात पुलिस और प्रेस की मौजूदगी में अतीक और अशरफ की तब हत्या कर दी जब उन्हें अस्पताल से मेडिकल जांच के बाद वापस लाया जा रहा था. हत्याकांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। आयोग दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट यूपी प्रशासन को सौंपेगा।

तीनों शूटरों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इन तीनों के जेल बदलने की वजह सुरक्षा को बताया जा रहा है। हालांकि इससे पहले जब उसे नैनी जेल लाया गया था। उस समय जेल प्रशासन ने घंटों बैठक कर उन्हें कैसे सुरक्षित रखा जाए, इस पर कार्ययोजना तैयार की थी। इसके बाद उन्हें शिफ्ट करना ही बेहतर समझा गया।