नई दिल्ली: कोरोना संकट और सीमा पर चीन के साथ तनातनी के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया। अपने संबोधन की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने देशवासियों को कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ते लड़ते अब हम अनलॉक-टू में प्रवेश कर रहे हैं। इसके साथ ही हम उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें सर्दी जुकाम खांसी बुखार आदि बढ़ जाते हैं। मेरी आप सबसे प्रार्थना है कि ऐसे समय में अपना ध्यान रखें। अगर हम कोरोना से होने वाली मौतों की तुलना करें तो हम संभली हुई स्थिति में है।

पीएम ने कहा, ‘आज मै इसी से जुड़ी एक महत्वपूर्व घोषणा करने जा रहा हूं. हमारे यहां वर्षा ऋतु के दौरान कृषि क्षेत्र में ही मुख्य तौर पर ज्यादा काम होते है. अब देखिए सावन महीने के शुरू होते ही त्योहार शुरू हो जाते हैं. त्योहारों का यह समय जरूरत भी बढ़ता है और खर्च भी बढ़ाता है. हमने अब फैसला किया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दिवाली और छठ पूजा यानि नवंबर महीन के आखिरी तक कर दिया जाएगा|

सरकार द्वारा इन पांच महीनों के दौरान 80 करोड़ लोगों को सरकार द्वारा 5 किलो गेंहू या 5 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा. इसके अलावा प्रत्येक परिवार को एक किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा. इस योजना में 90 हजार करोड़ रुपए खर्च होगा. अगर इसमें पिछले तीन महीनों को खर्च भी जोड़ दें तो ये 1.50 लाख करोड़ रु हो जाता है.’

पीएम मोदी ने कहा कि समय पर हुए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है, लेकिन हम यह भी देख रहे हैं, कि जब से देश में अनलॉक वन हुआ है व्यक्तिगत और सामजिक तौर पर लापरवाही बढ़ती ही चली गई है। पहले हम मास्क को लेकर दो गज की दूरी को लेकर बीस सेकंड दिन में कई बार हाथ धोने को लेकर बहुत सतर्क थे लेकिन आज जब हमें ज्यादा सतर्कता की जरूरत है तो लापरवाही बढ़ना चिंता का कारण है।