इंस्टेंटखबर ब्यूरो
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जनपद शाहजहांपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि माँ गंगा समस्त प्रगति व उन्नति की स्रोत, सारे सुख देने वाली तथा सारी पीड़ा सह लेने वाली हैं। ऐसे ही गंगा एक्सप्रेस-वे भी उत्तर प्रदेश की प्रगति के द्वार खोलेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सही नीयत से काम करती है तो अच्छे परिणाम आते हैं। उत्तर प्रदेश ने इसे अनुभव किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की वर्तमान राज्य सरकार से पहले की सरकारों में उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति से सभी भली-भांति परिचित हैं। उस समय बेटियों की सुरक्षा पर आए दिन सवाल उठते थे। उनका स्कूल जाना मुश्किल था। व्यापारी-कारोबारी सुरक्षित नहीं थे, पलायन की खबरें आती थी।

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि विगत साढ़े चार वर्षाें में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने प्रदेश की स्थिति को सुधारने में बहुत परिश्रम किया है, इसलिए प्रदेश की जनता कह रही है, ‘यू0पी0 प्लस योगी बहुत है उपयोगी’।

प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में उत्तर प्रदेश का बढ़ता सामर्थ्य दिख रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के महत्वपूर्ण फेज जैसे अनेक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स जनसेवा के लिए समर्पित हो चुके हैं। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, प्रयागराज लिंक एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे, नोएडा इण्टर नेशनल एयरपोर्ट, दिल्ली-मेरठ रैपिड हाई स्पीड कॉरिडोर जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स पर तेजी से कार्य हो रहा है। यह सब इन्फ्रास्ट्रक्चर मल्टी परपज हैं। इनमें मल्टी मोडल कनेक्टिविटी का भी ध्यान रखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार गरीब का दर्द समझने तथा गरीब के लिए काम करने वाली सरकार बनी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि शाहजहांपुर की धरती काकोरी की घटना के महानायक पं0 राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाक उल्ला खां तथा परमवीर चक्र विजेता यदुनाथ सिंह की धरती है। यह ‘जय जवान, जय किसान’ को चरितार्थ करने वाली धरती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद वर्ष 2017 तक राज्य में डेढ़ एक्सप्रेस-वे बना था। वर्तमान में 06 एक्सप्रेस-वे पूर्वी उत्तर प्रदेश को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे, मध्य उत्तर प्रदेश को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, मध्य उत्तर प्रदेश को बुन्देलखण्ड से जोड़ने के लिए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मेरठ 12 लेन का एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे तथा बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे का कार्य हुआ है।