जयपुर:
राजस्थान में निकाली गई जन संघर्ष यात्रा के आखरी दिन जयपुर में कांग्रेस विधायक सचिन पायलट ने कहा कि अगर इस महीने के अंत तक हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो मैं पूरे प्रदेश में जनता के साथ ‘आंदोलन’ करूंगा। पायलट ने यात्रा भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर निकाली थी। इस पूरी यात्रा को पायलट और गहलोत के बीच जारी सियासी टकराव के अगले चरण के रूप में देखा गया।

सचिन पायलट ने अपनी यात्रा के आखिरी दिन कहा, “हमारा संघर्ष किसी नेता के खिलाफ नहीं है। ये भ्रष्टाचार के खिलाफ है। राजस्थान में हमारी सरकार हटी थी तब कांग्रेस की बहुत कम सीट थी। तब मुझे कहा गया कि आपको कांग्रेस का अध्यक्ष बनना है। हमने पांच साल एकजुट होकर काम किया। वसुंधरा राजे के शासन में जो भ्रष्टाचार हुआ उस पर हमने आरोप लगाया। जब हमारी सरकर बनी तो जो हमने कहा था वो हमने किया लेकिन जो आरोप हमने लगाया था उसको आज साढ़े चार साल हो गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”

सचिन पायलट ने कहा, राजनीति सिर्फ पद के लिए नहीं होती, जो भी कुर्बानी देनी पड़े तो दूंगा। हमारी मांग है कि जो पेपर लीक पीड़ित हैं उन्हें मुआवजा मिले। आरपीएस को भंग किया जाये। नये सिरे से चयन प्रक्रिया तय हो। वसुंधरा सरकार के खिलाफ लगे आरोपों की जांच हो।”