नई दिल्ली: इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में फिर जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. गुरूवार को क्रूड आयल में 2 साल की सबसे बड़ी तेजी रही. ब्रेंट क्रूड करीब 4.8 फीसदी बढ़कर 67 डॉलर प्रति बैरल का स्तर पार चला गया. आज यह 67.50 डॉलर तक मजबूत हुआ. ​वहीं WTI क्रूड भी 4.2 फीसदी बढ़कर 63.83 डॉलर प्रति बैरल तक मजबूत हुआ.

दरअसल ओपेक प्लस (OPEC+) देशों की गुरुवार को हुई बैठक में क्रूड ऑयल प्रोडक्शन बढ़ाने पर मुहर नहीं लग पाई है. इस खबर के बाद कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार तेजी आई है. एक्सपर्ट का कहना है कि क्रूड में और तेजी बढ़ सकती है, जिससे पेट्रोल और डीजल के सस्ता होने का इंतजार और बढ़ सकता है. फिलहाल शुक्रवार 5 मार्च को पेट्रोल और डीजल में कोई बदलाव नहीं हुआ है. दिल्ली में पेट्रोल 91.17 रुपये और डीजल 81.47 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा.

क्रूड ऑयल का प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट करने वाले देश ओपेक और उसके सहयोगी देशों ने तेल उत्पादन में कटौतियों के अपने-अपने वर्तमान स्तर को करीब-करीब बनाए रखने का फैसला किया है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक उनका यह फैसला ऐसे समय आया है जबकि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के संक्रमण के चलते आर्थिक गतिविधियां कमजोर बने रहने की चिंता बरकरार है. रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब की अगुवाई में ओपेक देशों और रूस के लीडरशिप में ओपेक के सहयोगी तेल उत्पादक देशों की ऑनलाइन मीटिंग में तेल उत्पादन में कटौती की वर्तमान सहमति को बनाए रखा गया.