स्पोर्ट्स डेस्क
आईसीसी टी20 विश्व कप-2022 को इस फॉर्मेट का नया किंग मिलने वाला है. रविवार को एमसीजी पर खेले जाने वाले फाइनल में पाकिस्तान का सामना इंग्लैंड से है. पाकिस्तान ने 2009 में और इंग्लैंड ने 2010 में टी20 विश्व कप जीता था. पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम की निगाहें फाइनल में फॉर्म में चल रही इंग्लैंड के खिलाफ अपनी टीम को जीत दिलाकर पाकिस्तान क्रिकेट के हॉल ऑफ फेम में महान क्रिकेटर इमरान खान के साथ शामिल होने पर लगी होंगी.

दरअसल टूर्नामेंट के दूसरे हफ्ते में पाकिस्तान ने नाटकीय वापसी की और साउथ अफ्रीका पर जीत से उम्मीदें बढ़ा दीं. पाकिस्तानी प्रशंसकों की दुआओं ने असर दिखाया जिससे फिर 1992 जैसा चमत्कार हुआ और नेदरलैंड्स ने अपसेट करते हुए साउथ अफ्रीका को हरा दिया जिससे पाकिस्तानी टीम सेमीफाइनल में पहुंचने की दौड़ में शामिल हो गई.

अब प्रशंसकों की उम्मीदें बाबर की टीम से 1992 जैसा करिश्मा दोहराने पर लगी हैं.1992 में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को हराकर ही पहली बार वनडे विश्व कप जीता था. अब देखना ये है कि बाबर वही काम दोहराते हैं या इंग्लैंड इस बार हिसाब बराबर करता है. लेकिन इंग्लैंड की टीम का भी इसी आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर इतिहास जुड़ा हुआ है. सात साल पहले यहीं पर इंग्लैंड का सफेद गेंद का क्रिकेट तार तार हुआ था जब बांग्लादेश ने उन्हें ग्रुप चरण में टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था. इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट (ईसीबी) की तमाम कोशिशों के बाद ही उनके सफेद गेंद के क्रिकेट में बदलाव शुरू हुआ जिससे टीम के खिलाड़ियों के जज्बे में बदलाव आया. भारत के खिलाफ गुरुवार को सेमीफाइनल में उनका यही निडर रवैया साफ देखने को मिला.

इंग्लैंड के जॉस बटलर, एलेक्स हेल्स, बेन स्टोक्स और मोईन अली जैसे धुरंधरों को पीछे छोड़ने के लिए शाहीन शाह अफरीदी, मोहम्मद वसीम जूनियर और हैरिस रऊफ को प्रेरणादायी जज्बे से अधिक बेहतर प्रदर्शन करना होगा. इंग्लैंड के टी20 क्रिकेट के इन अनुभवी खिलाड़ियों और टीम के अन्य सभी क्रिकेटरों में पाकिस्तान के 80,000 के करीब दर्शकों को चुप करने की काबिलियत है जैसा उन्होंने एडीलेड में 42,000 भारतीय दर्शकों को निराश कर किया था.

ये मैच इंग्लैंड टीम के मजबूत बल्लेबाजी क्रम और पाकिस्तान के बेहतरीन गेंदबाजी के बीच होने वाली शानदार टक्कर का मुकाबला होगा. क्या अफरीदी इस मैच में वसीम अकरम जैसी गेंदबाजी कर सकते हैं जब बटलर बल्लेबाजी कर रहे हों? पाकिस्तान के लिए हेल्स, लियम लिविंगस्टन, बेन स्टोक्स, मोईन अली जैसे धुरंधर बल्लेबाजों से पार पाना चुनौती होगा. साथ इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए पाक के गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना आसान नहीं होगा.