टीम इंस्टेंटखबर
वित्त वर्ष 2022-23 का आम बजट को कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों के कई नेताओं ने बजट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस ने आम बजट पेश होने के बाद आरोप लगाया कि सरकार ने देश के वेतनभोगी वर्ग और मध्य वर्ग को राहत नहीं देकर उनके साथ ‘‘विश्वासघात” किया है. वहीं, बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने बजट को ‘पेगासस स्पिन बजट’ करार देते हुए कहा कि इसमें देश के आम लोगों के लिए कुछ नहीं है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने बजट पर अपने ट्वीट में कहा कि मोदी सरकार के इस जीरो बजट में नौकरीपेशा, माध्यम वर्ग, गरीब, नौजवान, किसान और MSMEs के लिए कुछ नहीं है.

वहीँ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 7 साल पहले ‘मेक इन इंडिया’ चलाया, कहा 2 करोड़ रोज़गार हर साल देंगे, यानी 7 साल में 14CR रोज़गार, पर कितने दिए, ये नहीं बताते, हाँ, कोरोना में 12.20CR रोज़गार गए। अब कहते हैं PLI से 60 लाख रोज़गार देंगे, कब तक और कैसे? और पहला वादा? जुमला था? उन्होंने आरोप लगाया कि यह वेतनभोगी वर्ग और मध्य वर्ग के साथ विश्वासघात है.

सुरजेवाला ने यह सवाल भी किया कि क्या सरकार ने ‘क्रिप्टो करेंसी’ से होने वाली आय पर कर लगाकर ‘क्रिप्टो करेंसी’ को बिना विधेयक लाए ही वैध करार दिया है?

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्ष 2022-23 के आम बजट को ‘पेगासस स्पिन बजट’ करार देते हुए कहा कि इसमें देश के आम लोगों के लिए कुछ नहीं है. ममता ने ट्वीट किया, ‘‘बेरोजगारी और महंगाई से पिस रहे आम लोगों के लिए बजट में कुछ नहीं है. बड़ी-बड़ी बाते हैं और हकीकत में कुछ नहीं है. ‘पेगासस स्पिन बजट’ है.”

तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डेरेक ओब्रायन ने दावा किया कि बजट से साबित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों, गरीबों और मध्य वर्ग की परवाह नहीं करते. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हीरे सरकार के सबसे अच्छे मित्र हैं. किसानों, मध्य वर्ग, दिहाड़ी मजदूरों, बेरोजगारों की प्रधानमंत्री परवाह नहीं करते.