लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि ‘सनातन भारत का राष्ट्रीय धर्म है जिसका सम्मान हर नागरिक को करना चाहिए। इसके आलावा उन्होंने कहा कि यदि पूर्व में धार्मिक स्थलों को नष्ट या अपवित्र किया गया था तो अयोध्या में राम मंदिर की तर्ज पर उन्हें बहाल करने का अभियान चलाया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा, “सनातन धर्म भारत का ‘राष्ट्रीय धर्म’ है। जब हम स्वार्थ से ऊपर उठते हैं, तो हम ‘राष्ट्रीय धर्म’ से जुड़ते हैं। जब हम राष्ट्रीय धर्म से जुड़ते हैं तो हमारा देश सुरक्षित होता है।” उन्होंने राजस्थान के भीनमाल स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर में मूर्ति जीर्णोद्धार एवं अभिषेक कार्यक्रम की अध्यक्षता के दौरान ये बातें कही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर किसी कालखंड में हमारे धार्मिक स्थलों को अपवित्र किया गया है, तो अयोध्या की तर्ज पर उनके जीर्णोद्धार का अभियान चलाया जाना चाहिए। आप सभी भक्तों ने राष्ट्रीय भावना का प्रतिनिधित्व करते हुए भगवान राम के इस भव्य राष्ट्रीय मंदिर के निर्माण में योगदान दिया है।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पूरे देशवासियों को अपनी विरासत का सम्मान करने और उसे संरक्षित रखने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि भगवान नीलकंठ के मंदिर का 1400 साल बाद भव्य रूप से जीर्णोद्धार विरासत के सम्मान और संरक्षण का एक उदाहरण है। बीजेपी नेता के इस बयान पर कांग्रेस नेता उदित राज ने ट्वीट किया, “सीएम योगी ने कहा कि सनातन धर्म भारत का राष्ट्रीय धर्म है। इसका मतलब है कि सिख धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, ईसाई धर्म और इस्लाम जैसे अन्य धर्म समाप्त हो गए हैं।”