टीम इंस्टेंटखबर
कतर में तालिबान नेता के साथ भारतीय राजदूत की पहली बार औपचारिक मुलाकात मंगलवार को हुई, हालाँकि अभीतक अफ़ग़ानिस्तान में सत्ता पलट के बाद तालिबान पर मोदी सरकार का रुख स्पष्ट नहीं हुआ है. तालिबान पर सरकार की कश्मकश जारी है और विपक्ष लगातार मोदी सरकार से मांग कर रहा कि वह तालिबान पर अपना स्टैंड क्लियर करे.
सरकार की इसी कश्मकश पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने आज मोदी सरकार को घेरते हुए यह सवाल किया कि वह बताये कि क्या वह तालिबान को एक आतंकी संगठन मानती है या नहीं? उमर ने कहा- “अगर वह आतंकी समूह है तो फिर क्यों आप उसके साथ बात कर रहे हैं? अगर आप उसे आतंकी संगठन नहीं मानते हैं तो संयुक्त राष्ट्र जाएं और वहां से उसे आतंकी संगठन की लिस्ट से उसका नाम हटवाएं. पहले अपना मन बना लें.”
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