नई दिल्ली:
मोदी सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में अब विपक्ष शासित राज्य सरकारों ने भी खुलकर विरोध जाताना शुरू कर दिया है, कांग्रेस शासित राजस्थान सरकार ने तो इस योजना के विरोध में प्रस्ताव भी पास हुआ है, जिसमें देशभर के युवाओं द्वारा अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन पर चिंता भी जाहिर की गई।

मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत की अध्यक्ष्ता में हुई इस बैठक में शामिल नेताओं ने हालाँकि युवाओं से इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा न करने की भी अपील की है. बैठक के बाद एक बयान जारी किया गया जिसमे बताया गया कि भारतीय सेना दुनिया की सबसे बहादुर सेना है, जो अपने अदम्य साहस के लिए जानी जाती है। ऐसे में इसमे भर्ती के लिए इस योजना को लागू करना सेना की छवि को खराब करेगा.

बता दें कि राजस्थान के अलावा तमिलनाडु और केरल ने भी इस योजना को वापस लेने की मांग की है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार को कहा कि सरकार के इस फैसले से युवाओं में गुस्सा है. ऐसे में केंद्र सरकार को चाहिए कि वो अपने फैसले पर फिर से विचार जरूर करे. वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी इस योजना का विरोध किया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि सरकार को फिलहाल इस योजना को होल्ड पर रख देना चाहिए.

उन्होंने अपने एक ट्वीट में पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से पूरे देश में इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं ये अपने आप में इस बात की तसदीक करता है कि युवा इस योजना से कहीं से भी खुश नहीं है. ऐसे में मैं पीएम मोदी से अनुरोध करता हूं कि वो फिलहाल इस योजना होल्ड कर दें.