जबलपुर: देश में ब्लैक फंगस के बाद अब तरह तरह के रंगों के फंगस की बीमारियां सामने आ रही हैं. पहले ब्लैक, फिर व्हाइट और येलो और अब क्रीमी फंगस। जी हाँ! यह नया फंगस मध्य प्रदेश के जबलपुर में पाया गया है. यह देश का पहला मामला है, पीड़ित मरीज का इलाज जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विभाग में हो रहा है.

बढ़ रहे हैं ब्लैक फंगस का मामला
मध्य प्रदेश कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या भले ही कम हो रही है मगर ब्लैक फंगस के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. राज्य में ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों की संख्या का शतक लग चुका है जिनमे से 39 मरीजों का ऑपरेशन भी किया जा चुका है. इन्हीं मरीजो में से एक मरीज में क्रीम फंगस की पुष्टि हुई है जबकी 50 से अधिक ब्लैक फंगस के मरीज निजी अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं.

एंटीबायोटिक दवाओं सेवन का असर
डॉक्टरों के अनुसार कोविड-19 संक्रमित मरीजों में एंटीबायोटिक दवाओं का अत्यधिक उपयोग शरीर के अंदर पेट में पाए जाने वाले सहजीवी बैक्टीरिया को खत्म कर रहा है क्योंकि इंसान के शरीर में सहजीवी बैक्टीरिया की मौजूदगी बेहद जरूरी होती है. यही बैक्टीरिया फंगस को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. इसीलिए एकाएक इन मामलों में व्रद्धि देखी जा रही है.