टीम इंस्टेंटखबर
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 27 सीटें ऐसी रहीं, जहां समाजवादी पार्टी 5 हजार से भी कम वोटों के अंतर से चुनाव हार गई जबकि सात ऐसी सीटें रहीं जहां बीजेपी ने 500 से भी कम वोटों से कामयाबी हासिल की.

सपा को अलीगंज, औराई, बहराइच, बदलापुर, भोगांव, छिबरामऊ, इटावा, फरीदपुर, जलालाबाद, बिंदकी, जलेसर, कटरा, मधुबन, मानिकपुर, मड़ियाहूं, मोहम्मदी, मुरादाबाद नगर, नकुड़, फूलपुर, सलोन, शाहगंज, श्रावस्ती, सीतापुर, सुल्तानपुर और तिर्वा सीटों पर 5,000 से कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा. इनमें से सात सीटों पर हार का अंतर 1,000 से भी कम था. आरएलडी को बड़ौत सीट 315 मतों से, नेहटौर सीट 258 मतों से और बिजनौर सीट 1445 मतों से गंवानी पड़ी.

इस चुनाव में ऐसी कोई भी विधानसभा सीट नहीं रही, जिसमें जीत-हार का अंतर 200 या उससे कम रहा हो. सबसे कम अंतर धामपुर सीट पर रहा, जहां भाजपा उम्मीदवार अशोक कुमार राणा ने सपा प्रत्याशी नईम उल हसन को मात्र 203 मतों से हराया. कुर्सी सीट से बीजेपी प्रत्याशी साकेंद्र वर्मा ने सपा के राकेश वर्मा को महज 217 मतों से परास्त किया. बीजेपी सात सीटों बड़ौत, बिलासपुर, धामपुर, कटरा, कुर्सी, नकुड और नेहटौर सीटों पर ही 500 से कम वोटों से जीती है. रालोद को तीन सीटों पर मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा.

बीजेपी की बात करें तो उसे 19 सीटों पर उसे 5 हजार से कम अंतर से हार झेलनी पड़ी. चांदपुर सीट से बीजेपी उम्मीदवार कमलेश सैनी को सपा के स्वामी ओमवेश ने मात्र 234 मतों से हराया. बीजेपी को रामनगर सीट केवल 261 और इसौली सीट 269 मतों के अंतर से गंवानी पड़ी.