दिल्ली
2024 का लोकसभा चुनाव में विपक्षी नेतृत्व पर एक बड़ा सवाल है. कांग्रेस राहुल गांधी की ओर देख रही है तो आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल को अगला प्रधानमंत्री बताने में झिझक नहीं रही. तेलंगाना वाले केसीआर भी नजरें जमाए हुए हैं और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी भी मौका ढूंढ रहीं हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी तो उन्हें पीएम मैटेरियल बताने से कभी चूकती नहीं. ऐसे में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा गया कि कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि 2024 में राहुल गांधी प्रधानमंत्री का चेहरा होंगे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसमे बुराई क्या है.

हालांकि, फिर नीतीश कुमार ने तुरंत साफ़ किया कि वो इस रेस में न थे और न हैं. उन्होंने साफ़ किया कि एक बार राहुल गांधी की यात्रा ख़त्म हो जाए तो सभी विपक्षी दल बैठकर बातचीत करेंगे. आपको बता दें कि आज राहुल गांधी ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर काम करने का संकेत दिया है.

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के अगले हफ़्ते बिहार के एक दिवसीय दौरे पर आने और वैशाली में एक सभा को संबोधित करने के कार्यक्रम पर नीतीश कुमार ने कहा कि सबका स्वागत है. उनका तो पटना से पुराना रिश्ता रहा है, लेकिन आजकल उनका काम दो लोगों की बात मानना है.