टीम इंस्टेंटखबर
डिप्टी सीएम नितिन पटेल के हाथ से गुजरात प्रदेश की कमान एकबार फिर फिसल गए या कह सकते हैं कि सीएम वाली बस में बैठने से एकबार फिर वह चूक गए या फिर उन्हें उस बस में चढ़ने नहीं दिया गया। इस बारे में अपने दर्द को दबाते हुए नितिन पटेल ने कहा कि वह लोगों के दिलों में रहते हैं, उन्हें कोई बाहर नहीं कर सकता।

मेहसाणा शहर में एक कार्यक्रम के दौरान पटेल ने मजाकिया अंदाज में कहा कि वह अकेले नहीं हैं, जिनकी बस छूट गई। उनके जैसे कई और भी हैं। नितिन पटेल ने कहा कि और भी लोग थे जिनकी बस छूट गई, मैं अकेला नहीं था। उन्होंने कहा कि पार्टी निर्णय लेती है, लोग गलत अनुमान लगाते हैं।

भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली अगली सरकार में पटेल उपमुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं, इस पर अभी भी संशय बना हुआ है। ये दोनों नेता गुजरात के शक्तिशाली और राजनीतिक रूप से प्रभावशाली पाटीदार समुदाय से हैं।

बता दें कि विजय रुपाणी के इस्तीफा के बाद सीएम पद की रेस में कई नाम आगे चल रहे थे लेकिन फिर बीजेपी ने चौंकाने वाला फैसला किया। इससे पहले जब विजय रुपाणी को पिछली बार सीएम बनाया गया था, तब नितिन पटेल का नाम इसके लिए आगे चल रहा था हालांकि, बाद में जब सीएम के नाम की घोषणा की गई, तब सभी को चौंकाते हुए रुपाणी के नाम का ऐलान हुआ था।