नई दिल्ली: गुजरात का भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के भाई नेहल मोदी पर अब न्यूयॉर्क में धोखाधड़ी का गंभीर मामला दर्ज किया गया है। नेहल मोदी पर दुनिया की सबसे बड़ी हीरा कंपनियों में से एक के साथ मल्टीलेयर्ड स्कीम के जरिए 19 करोड़ रुपए से ज्यादा (2.6 मिलियन डॉलर) की धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है। नेहल मोदी पर मैनहट्टन की एक डायमंड होलसेल कंपनी से 2.6 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के हीरे लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट में ‘फर्स्ट डिग्री में बड़ी चोरी’ का आरोप लगा है। अब नेहल को न्यूयॉर्क के सुप्रीम कोर्ट में मुकदमे का सामना करना पड़ेगा।

न्यूयॉर्क कानूनों के मुताबिक पहली डिग्री में बड़ी चोरी के अपराध का मतलब एक मिलियन डॉलर से अधिक की चोरी का होता है। इस धोखाधड़ी की शुरुआत साल 2015 से शुरू हुई थी, जब नेहल मोदी ने एक कंपनी के साथ मिलकर फेक प्रेजेंटेशन करने के लिए करीब 2.6 मिलियन डॉलर के हीरे एलएलडी डायमंड्स यूएसए से लिए थे।

मार्च 2015 में नेहल मोदी ने करीब 8 लाख डॉलर मूल्य के हीरे देने के लिए कहा था और दावा किया था कि वो उन्हें कॉस्टको होलसेल कॉर्पोरेशन नाम की कंपनी को बिक्री के लिए दिखाएंगे।

नेहल मोदी के भाई नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े 13,500 करोड़ रुपये यानी की लगभग 2 बिलियन डॉलर की धोखाधड़ी का मामला है। भारत लगातार नीरव को वापस लाने में जुटा है। भारत के अनुरोध पर इंटरपोल ने नीरव के खिलाफ एक रेड नोटिस भी जारी कर दिया है। हालांकि, अभी भी नीरव मोदी का प्रत्यर्पण लंबित है।