मेरठ: देश में कोरोना वायरस के नए प्रकार का सातवां केस सामने आया है| उत्तर प्रदेश के मेरठ में दो साल की एक बच्ची में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है. दरअसल, ब्रिटेन से लौटे परिवार को कोरोना हुआ था. कोरोना की पुष्टि के बाद सैंपल दिल्ली भेजे गए थे. 4 लोगों के सैंपल में 2 साल की बच्ची की रिपोर्ट में कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है.

माता-पिता भी कोरोना संक्रमित
बच्ची के माता-पिता भी कोरोना संक्रमित हैं. हालांकि, उनमें कोरोना का नया स्ट्रेन नहीं मिला है. 2 साल की बच्ची में कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने के बाद इलाके को सील कर दिया गया है. इलाके के लोगों का अब लगातार टेस्ट किया जा रहा है.

6 लोगों में मिल चुके हैं नए कोरोना के लक्षण
बता दें कि इससे पहले यूनाइटेड किंगडम से लौटे 6 लोगों में भी कोरोना के नए स्ट्रेन के लक्षण मिले. इनमें से तीन बेंगलुरु, 2 हैदराबाद और एक पुणे की लैब के जांचे गए सैंपल में नया स्ट्रेन पाया गया. यूके से लौट रहे लोगों की जीनोम स्किवेंसिंग की गई थी, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को जारी की गई.

ब्रिटेन से लौटे 33 हजार लोगों में 114 कोरोना संक्रमित
बता दें कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक कुल 33 हजार लोग यूके से भारत के अलग-अलग एयरपोर्ट पर उतरे. इनमें से 114 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले. इनके सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भारत के 10 अलग-अलग प्रयोगशालाओं में भेजे गए.

यूपी में पहला मामला
कोरोना का नया स्ट्रेन ऐसे समय में आया है जब भारत में वैक्सीनेशन की तैयारियां जोरों से हो रही हैं. वैसे ब्रिटेन से फैले कोरोना के नए वैरिएंट पर रोकथाम के लिए भारत ने 23 दिसंबर को ही ब्रिटेन की फ्लाइट्स पर रोक लगाई थी, लेकिन केस सामने के बाद सरकार सतर्क हो गई है. यूपी में यह पहला मामला है|

स्वास्थ्य मंत्रालय बोला- घबराने की जरूरत नहीं

भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन की एंट्री के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बयान दिया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि कोरोना की वैक्सीन नए स्ट्रेन पर भी प्रभावी होगी. लोगों को नए स्ट्रेन से घबराने की जरूरत नहीं है. भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो के विजय राघवन ने कहा कि वैक्सीन यूके और दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले वेरिएंट के खिलाफ काम करेंगी. इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि वर्तमान वैक्सीन इन कोरोना वेरिएंट्स से बचाने में नाकाम रहेंगी.