भरूचः भारतीय जनता पार्टी को गुजरात में बड़ा झटका लगा है। गुजरात भाजपा के सांसद और आदिवासी मुद्दों पर मुखर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री मनसुख वसावा ने मंगलवार को पार्टी छोड़ दी।

लोकसभा से भी देंगे इस्तीफा
वह संसद के बजट सत्र में लोकसभा से इस्तीफा दे देंगे। वसावा ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर नर्मदा जिले के 121 गांवों को पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र घोषित करते हुए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को वापस लेने की मांग की थी।

पार्टी और नेताओं को धन्यवाद कहा
वसावा ने अपने त्याग पत्र में कहा कि बीजेपी ने मुझे जितना सम्भाला है, उससे ज्यादा मुझे दिया है। जिसके लिए मैं पार्टी और पार्टी के केंद्रीय नेताओं को धन्यवाद देना चाहूंगा। मैं पार्टी के प्रति उतना ही निष्ठावान रहा हूं जितना कि मैं हो सकता हूं। पार्टी मूल्यों, जीवन मूल्यों को भी ध्यान से लागू किया जाता है।

कहा-मुझे माफ़ कर दीजिये
भरूच से छह बार सांसद रहे वसावा ने गुजरात भाजपा अध्यक्ष आर सी पाटिल को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं इस्तीफा दे रहा हूं, ताकि मेरी गलतियों के कारण पार्टी की छवि खराब न हो। मैं पार्टी का वफादार कार्यकर्ता रहा हूं, इसलिए कृपया मुझे माफ कर दीजिए।’’