टीम इंस्टेंटखबर
उपचुनावों में मिली हार के झटके के बाद केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी घटाने का ऐलान किया था. इसके बाद NDA शासित राज्यों ने भी वैट पर 2 रुपये तक की कटौती कर दी है.

बुधवार को एक्साइज ड्यूटी में कटौती के साथ ही केंद्र सरकार ने राज्यों से वैट में कटौती की अपील की थी, जिसके बाद अब तक 10 राज्यों ने वैट में कटौती करके जनता को थोड़ी राहत देने की कोशिश की है, हालाँकि पेट्रोल डीज़ल के दाम बढ़ने पर कोई लगाम नहीं लगाईं गयी है.

आप ऐसा कह सकते हैं कि पेट्रोल-डीज़ल के दामों जो और तेज़ी आने वाली है उसकी यह पेशबंदी है कि जनता और ज़्यादा न भड़के।

अभी तक इन राज्यों ने वैट में कटौती का ऐलान किया है. उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार, गोवा, कर्नाटक, उत्तराखंड, असम, मणिपुर, त्रिपुरा और हिमाचल प्रदेश है. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश यूपी में पेट्रोल पर 7 रुपये लीटर और डीजल पर 2 रुपये लीटर वैट घटा दिया गया है. इस तरह अब यूपी में पेट्रोल और डीजल दोनों 12-12 रुपये लीटर सस्ते हो गए हैं.

इसके अलावा गुजरात, गोवा, कर्नाटक, असम, मणिपुर, त्रिपुरा और सिक्किम ने पेट्रोल और डीजल पर 7 रुपये लीटर वैट घटाने का ऐलान किया है. जिससे अब इन राज्यों में पेट्रोल 12 रुपये लीटर और डीजल 17 रुपये लीटर सस्ता हो गया है. इसका मतलब ये हुआ कि इन राज्यों में एक्साइज ड्यूटी में केंद्र की कटौती और राज्यों के वैट में कमी का दोहरा फायदा मिलेगा. ध्यान रहे कि यह सभी राज्य कृषि आधारित नहीं हैं.

वहीं बिहार सरकार ने पेट्रोल पर 1.30 रुपये और डीजल पर 1.90 रुपये लीटर वैट को कम दिया है. अब बिहार की जनता को पेट्रोल 6.30 रुपये लीटर और डीजल 11.90 रुपये लीटर सस्ता मिलने वाला है. वहीं उत्तराखंड की बीजेपी सरकार ने केवल पेट्रोल पर 2 रुपये लीटर वैट घटाया है. इससे यहां पेट्रोल अब 7 रुपये लीटर सस्ता मिलेगा.

पिछले साल कोरोना संकट के दौरान कच्चे तेल के दाम गिरने से सरकार ने एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी. पेट्रोल पर 13 रुपये और डीजल पर 16 रुपये की बढोतरी हुई थी. लेकिन कच्चे तेल के दाम बढ़ने से फिलहाल पेट्रोल और डीजल की कीमतों से जनता परेशान है. अगर इस साल की बात करें तो पेट्रोल 25 रुपये के करीब और डीजल 20 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो गया है.