टीम इंस्टेंटखबर
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर लगाए अपने आरोपों पर कायम हैं। उन्होंने फिर दोहराया कि समीर वानखेड़े ने फर्जी जाति प्रमाणपत्र दिया और एक गरीब की नौकरी छीन ली।” उन्होंने कहा कि यह लड़ाई धोखाधड़ी के खिलाफ है न किसी धर्म या जाति के खिलाफ।

नवाब मलिक ने अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण हलदर को भी पद की गरिमा का ध्यान रखने की भी नसीहत दी. गौरतलब है कि अरुण हलदर ने कल ही एक बयान में समीर वानखेड़े को जाति के मामले में एक तरह से क्लीन चिट दी है।

नवाब मलिक ने आगे कहा, “जब मैंने (समीर वानखेड़े पर) आरोप लगाने शुरु किए तो कई लोगों ने मुझे ऐसा करने से रोकने की कोशिश की। उनका कहना था कि शाहरुख खान को बताया जा रहा है कि उनके बेटे को उनके बोलने की वजह सेफंसाया जा रहा है। मेरे वकील बेटे को भी अन्य वकीलों ने ब्रेनवॉश करने की कोशिश की। उसने भी मुझे रुकने के लिए कहा था।”

मलिक ने कहा कि, “कुछ लोग कहते हैं कि यह मामला ड्रग्स, पैसा और गुंडों से जुड़ा है, इसमें पड़ने से मेरी जान जा सकती है। मुझे खामोश करने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन मैंने कहा कि मैं इस मामले को इसके अंजाम तक लेकर जाऊंगा। अगर कोई कहता है कि वह नवाब मलिक को मार देगा, तो मुझे तो उस दिन मौत आएगी जिस दिन मेरा अंत लिखा होगा।”