लखनऊ:
यू पी प्रेस क्लब और साहित्यागंधा के संयुक्त तत्वाधान में 11 वें क़ाफ़िया रदीफ़ मुशायरा व सम्मान समारोह 27 दिसंबर 2022 को शाम 4 बजे यू पी प्रेस क्लब हज़रतगंज में उर्दू के अज़ीम शायर मिर्ज़ा ग़ालिब के 225वें जन्मदिवस पर संयोजित किया गया । जिसकी अध्यक्षता डॉ संजय शौक़ और संचालन शाहबाज़ तालिब ने की इस मौक़े पर बाराबंकी के मशहूर शायर सलीम सिद्दीक़ी मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे । लखनऊ यूनिवर्सिटी के उर्दू विभाग के प्रमुख प्रोफ़ेसर अब्बास रज़ा नय्यर जी , साहित्यिक संस्था अन्दाज़ ए बयाँ और दुबई के कन्वेनर श्री रेहान सिद्दीक़ी जी , सामाजिक कार्यकर्ता श्री मेराज हैदर , कुवैत से आए आमिर किदवई जी बतौर विशिष्ट अतिथि रहे । 11 वाँ क़ाफ़िया रदीफ़ अवार्ड लखनऊ के मशहूर शायर श्री रहमत लखनवी और गोंडा के मशहूर शायर श्री नजमी कमाल जी को दिया गया ।
क़ाफ़िया रदीफ़ के कन्वेनर शायर हर्षित मिश्रा ने बताया कि मुशायरे में जनाब नजमी कमाल साहब ने फ़रमाया
अकेले थे चले आये कहाँ से
मिला दी दास्ताँ क्यों दास्ताँ से
तमाशा देखने वाले सभी थे
नज़र आये ना कोई दरमियाँ से

और जनाब रहमत लखनवी साहब ने पढ़ा
मशवरा आपका सर आँखों पर
हम भी कुछ अपनी राय रखते हैं
मरकज़ ये फ़िक्र ओ फ़न प हम रहमत
अपनी नज़रें जमाये रखते हैं

मुशायरे में डॉ बलवंत सिंह दुर्गेश शुक्ला अभिश्रेष्ठ तिवारी जानी लखनवी ईमान गोंडवी नवीन शुक्ला मनीष पटेल श्रुति भट्टाचार्य प्रतिभा श्रीवास्तव फ़ैज़ ख़ान संदीप शर्मा शयान अहमद स्वराज शुक्ला आदि ने अपना कलाम पढ़ा इसी के साथ साथ सदर इस्तक़बालिया जनाब हसीब सिद्दीक़ी साहब और इफ़्तेदा भट्टी साहब मौजूद रहे ।