नई दिल्लीः देश में कोविड टीकों की पहली खुराक लेने के बावजूद 21,000 से अधिक लोग दोबारा संक्रमित हो गए जबकि 5,500 से अधिक लोग दूसरी खुराक लेने के बाद भी संक्रमित हो गए।

पहली खुराक के बाद 0.04 प्रतिशत लोग संक्रमित
आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 17,37,178 व्यक्तियों ने कोवैक्सिन की दूसरी खुराक ली थी, उनमें से 0.04 प्रतिशत लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं।

दूसरी खुराक के बाद 0.057 प्रतिशत लोग संक्रमित
वहीं कोविशिल्ड की दूसरी खुराक लेने वाले 1,57,32,754 लोगों में से 0.057 प्रतिशत लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं। भार्गव ने कहा कि टीके संक्रमण के जोखिम को कम करते हैं और मृत्यु तथा गंभीर संक्रमण को रोकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि टीकाकरण के बाद भी कोई संक्रमण हो जाता है तो इसे भेदन संक्रमण कहा जाता है।

कोवैक्सिन की 1.1 करोड़ खुराकें
भार्गव ने कहा कि अब तक कोवैक्सिन की 1.1 करोड़ खुराकें दी गयी गई हैं। इनमें से 93 लाख लोगों को पहली खुराक मिली और उनमें से 4,208 लोग (0.04 प्रतिशत) लोग संक्रमित हो गए जो प्रति 10,000 की आबादी पर चार है। उन्होंने कहा कि करीब 17,37,178 लोगों ने दूसरी खुराक ली है और उनमें से केवल 695 लोग (0.04 प्रतिशत) कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए।

कोविशिल्ड की 11.6 करोड़ खुराकें
भार्गव ने कहा कि कोविशिल्ड की 11.6 करोड़ खुराकें दी गयी हैं। दस करोड़ लोगों को पहली खुराक दी गयी और 17,145 यानी प्रति 10,000 लोगों में से दो लोगों को संक्रमण हुआ। करीब 1,57,32,754 व्यक्तियों ने इस टीके की दूसरी खुराक ली और उनमें से 5,014 (0.03 प्रतिशत) संक्रमित हुए।