टीम इंस्टेंटखबर
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव प्रचार को लेकर सख्त सर्दियों के बावजूद माहौल में ज़बरदस्त गर्मी है. भाजपा इस जाटलैंड पर हर हाल में अपना क़ब्ज़ा बरकरार रखना चाहती है और यही वजह है कि केंद्र और राज्य के धुरंधर नेता और मंत्री डेरा डाले हुए हैं और सपा-रालोद के बीच दरार डालने के लिए प्रयासरत हैं लेकिन कामयाबी न मिलने पर उनके बयानों में खीज भी नज़र आ रही है और इसी खीज का नतीजा है कि आज केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रालोद प्रमुख जयंत चौधरी को कमअक़्ल बच्चा बता दिया।

धर्मेंद्र प्रधान ने जयंत चौधरी के ‘चवन्नी’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह एक बच्चा हैं, अभी-अभी अखाड़े में आये हैं। उनके पिता ने कई बार पार्टियां बदलीं और पहली बार जीतने पर वे किसके सहयोगी थे? उन्हें नहीं पता था कि उनके इतिहास का ज्ञान कमजोर है।

दरअसल पश्चिमी यूपी के जाट मतदाताओं को रिझाने में दिन-रात एक किये बीजेपी के सामने राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी सबसे बड़ी रुकावट बने हुए हैं. पहले तो बीजेपी ने संकेतों में जयंत चौधरी को अपने पाले में आने का निमंत्रण दिया लेकिन जब जयंत चौधरी ने यह कहकर, ‘वो चवन्नी नहीं हैं जो पलट जाएंगे’ सारे अरमानों पर पानी फेर दिया तो अब बीजेपी नेता अब उनके खिलाफ इस तरह के बयान देकर अपनी खीज मिटा रहे हैं.