देश की पूंजी को मोदी सरकार ने बेचने का काम कर रही है. जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को अपने मित्र अडानी के हाथों में बेचे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चौधरी सुनील सिंह ने नरेंद्र मोदी सरकार पर योजना के जरिए देश के सरकारी संसाधानों को बेच डालने का आरोप लगाया. देश के युवाओं से रोजगार छीना, कोरोना में मदद नहीं की, किसानों के लिए तीन कृषक कानून बनाए मोदी सरकार ने 1.6 लाख करोड़ का रोडवेज बेच दिया. देश की रीढ़ कही जाने वाली रेलवे को 1.5 लाख करोड़ में बेच दिया. गेल की पाइप लाइन, पेट्रोलियम की पाइपलाइन, बीएसएनल और एमटीएनल को भी केंद्र ने बेच दिया. वेयरहाउसिंग को भी केंद्र सरकार बेच दिया है.

चौधरी सुनील सिंह ने कहा कि मोदी एक प्रधानमंत्री नहीं हैं, बल्कि देश के कुछ उद्योगपतियों के इशारे पर काम करने वाले एजेंट की तरह काम कर रहे है। तुम बेचो हम खरीदेंगे की नीति पर देश के प्रधानमंत्री काम कर रहे हैं ।महंगाई के मुद्दे पर श्री सिंह ने कहा है, ‘कभी सुविधाजनक मौन रखना तो कभी दूसरी सरकार पर ठीकरा फोड़ना. अब सिर्फ यही हो रहा है.’महंगाई का प्रमाण कम होने के संकेत नहीं मिल रहे हैं, बल्कि दिन-प्रतिदिन वह बढ़ ही रही है. पेट्रोल-डीजल की कीमतें सौ के पार पहुंच गई हैं.’ एलपीजी की कीमतें हजार के पास पहुंच गई हैं ‘बिना सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी गई है. सुबह का अखबार खोलते ही एक ही हेडिंग पढ़ने को मिलती है सरकार द्वारा वृद्धि लागू कर दी गई है. ’घरेलू गैस और व्यावसायिक गैस सिलेंडर महंगे होने से खरीदकर खाए जानेवाले खाद्यपदार्थों के दाम भी बढ़ गई है. ऐसी दोहरी मार आम लोगों को भुगतनी पड़ रही है परंतु इसमें कुछ नया नहीं है. इस साल के प्रारंभ से ही पेट्रोल-डीजल और गैस दर वृद्धि का सिलसिला शुरू है. सिंह ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री ने यहां की जनता को चक्रव्यूह’ में देश की आम जनता फिलहाल फसा दिया है जनता को बाहर निकालना उन्हें चाहिए वे हाथ पर हाथ रखकर बैठे हैं. इसलिए महंगाई का जाल मजबूत होता जा रहा है और उसमें आम जनता का दम घुट रहा है. परंतु प्रधानमंत्री जी को जनता की परवाह है क्या?