नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बस्ती ज़िले के मुंडेरवा चीनी मिल के पास एक मैदान में शुक्रवार को आयोजित किसान महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है।

नरेश टिकैत ने किसानों से भाजपा के विधायकों और सांसदों से किसी तरह का संबंध न रखने और उन्हें किसी भी आयोजन में न बुलाने का आह्वान भी किया। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने यह भी कहा कि भाजपा का समर्थन करना उनकी सबसे बड़ी भूल थी। टिकैत ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी ने 2014 में जादूगर वाली चाल चली। सब उसी बहाव में बह गए।

टिकैत का कहना था कि पांच साल बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि बहुत बिगड़ा महौल था, उसी को सुधारने में पांच वर्ष लग गए। यह यहकर उन्होंने 2019 में दुबारा अपना काम बना लिया। टिकैत ने कहा कि दुबारा सत्ता में आने के बाद मोदी ने तो किसानों का ही काम लगा दिया। उन्होंने हसीन सपने दिखाए। उन्होंने 2014 में कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो गन्ने का दाम 450 रुपये क्विंटल कर देंगे। टिकैत का कहना था कि आज उनको यह बात कहे सात वर्ष हो गए लेकिन वादा पूरा नहीं हुआ।

टिकैत ने कहा कि जबसे भाजपा सत्ता में आई है डीजल का दाम 45 रुपये और पेट्रोल का दाम 55 रुपये बढ़ गए लेकिन इस दौरान गन्ने का दाम एक रुपया भी नहीं बढ़ा। अब आप बताइए कि ऐसी हालत में खेती का क्या होगा? यह सरकार किसान को बर्बाद करने पर तुल गई है। उन्होंने कहा कि हमारे पास से अगर खेती और ज़मीन चली जाएगी तो फिर हमारे पास क्या रह जाएगा? टिकैत का कहना था कि हम वर्षों से खेती करते आ रहे हैं। हम अपनी ज़मीन को किसी भी हालत में नहीं छोड़ेंगे।

टिकैत ने किसानों पर हिंसा के आरोप को लेकर कहा कि यह कठिन परीक्षा की घड़ी है। पता नहीं कल क्या हो जाए? सरकार की नीति बहुत गलत है। किसी के साथ कुछ भी हो सकता है और किसी पर कुछ भी आरोप लगाया जा सकता है। टिकैत ने कहा कि किसान मेहनती और समझदार है. वह इस आंदोलन को पूरब से पश्चिम तक निभायेगा।अनुशासन से आंदोलन चलाएगा. हमारा किसी से व्यक्तिगत बैर नहीं है लेकिन यदि किसी की सोच ग़लत हो जाए तो उसकी सोच को हम ग़लत ज़रूर कहेंगे।