नई दिल्ली: मोदी सरकार की कोरोना वैक्सीन रणनीति पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सवाल उठाए हैं। सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी है। सोनिया गांधी ने चिट्ठी लिखकर कहा है कि सरकार ने पिछले साल के कोरोना हालात से सबक नहीं लिया है। सोनिया गांधी ने साथ ही 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को फ्री वैक्सीन ना देने को लेकर भी सवाल उठाया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना वैक्सीन की कीमत पर भी सवाल उठाए हैं। सोनिया गांधी ने कहा है कि इससे राज्यों पर भार पड़ेगा।

ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ा
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने टीकाकरण से जुड़ी नयी नीति को लेकर चिंता प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वह इस नीति को बदलें और पूरे देश में टीकों की एक समान कीमत सुनिश्चित करें। उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार ने 18 से 45 साल आयुवर्ग के लोगों को मुफ्त टीका उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है।

मुनाफाखोरी करने की खूली छूट कैसे?
सोनिया ने कहा, “यह हैरान करने वाली बात है कि पिछले साल के कड़वे अनुभवों और लोगों को हुई तकलीफ के बावजूद सरकार लगातार मनमानी और भेदभावपूर्ण नीति पर अमल कर रही है।” सोनिया गांधी के मुताबिक, देश के नागरिकों को टीके लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी और राज्य सरकारों के खजाने पर भी बोझ पड़ेगा। उन्होंने सवाल किया, ‘‘इस मुश्किल समय में कोई सरकार लोगों की पीड़ा से मुनाफाखोरी करने की खूली छूट कैसे दे सकती है?’’

सबको लगे फ्री टीका
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री से कहा, “कांग्रेस ने पहले ही इसकी मांग की है कि इस नीति का पुनर्मूल्यांकन किया जाए। निश्चित तौर पर कोई भी तार्किक व्यक्ति टीकाकरण की एक समान कीमत से होने वाले लाभ से सहमत होगा। उन्होंने आग्रह किया कि इस मामले में दखल दीजिए और इस गलत निर्णय को बदलिए। देश का लक्ष्य यही होना चाहिए कि 18 साल से अधिक आयु के लोगों को टीका लगे, चाहे उनकी आर्थिक हालत कुछ भी हो।”