टीम इंस्टेंटखबर
आतंकियों के हाथों मारे गए राहुल भट्ट को लेकर कश्मीरी पंडितों में भारी आक्रोश है. 350 सरकारी कर्मचारियों ने शुक्रवार को हत्या के विरोध में इस्तीफा दे दिया. वहीँ राहुल भट्ट की पत्नी ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर कश्मीरी पंडितों को बलि का बकरा बनाने का आरोप लगाया है.

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को इस्तीफ़ा भेजने वाले सभी कश्मीरी पंडित प्रधानमंत्री पैकेज के कर्मचारी हैं. इनका कहना है कि आतंकवादियों द्वारा सरकारी कर्मचारी राहुल भट्ट की हत्या के बाद वे घाटी में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.

राहुल भट्ट की पत्नी मीनाक्षी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अपनी राजनीति के लिए कश्मीरी पंडितों को बली का बकरा बना रहे हैं. मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि वे कश्मीर आएं और बिना सुरक्षा के घूमें. कश्मीरी पंडित प्रताड़ित किए जा रहे हैं और पूरा देश शांत है. उन्होंने बताया कि कश्मीर में हालत बहुत खराब है. कश्मीरी पंडितों की कोई सुरक्षा नहीं है.

इससे पहले कश्मीरी पंडितों ने सुबह जम्मू-अखनूर पुराने हाई-वे जाम कर दिया. इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के विरोध में जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने आठ कश्मीरी पंडितों को हिरासत में ले लिया. वहीं चार लोग पुलिस के लाठीचार्ज में जख्मी हो गए. विरोध के दौरान प्रदर्शनकारियों को एयरपोर्ट की तरफ जाने से रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे.

वहीं शिवसेना के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ करने और लाउडस्पीकर हटाने से कश्मीरी पंडियों का हल नहीं निकलेगा. अगर इस समस्या को खत्म करना है तो केंद्र सरकार को कड़े फैसले लेने होंगे. उन्होंने कहा कि आखिर कब तक पाकिस्तान की तरफ उंगली उठाकर उसे दोषी ठहराते रहेंगे. आखिर हम इस समस्या को खत्म करने के लिए क्या कर रहे हैं?