ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क दुनिया के ऐसे गेंदबाजों में से एक हैं जिन्हें इंडियन प्रीमियर लीग की कोई भी फ्रैंचाइजी टीम अपने खेमे में शामिल करना चाहेगी। उनकी गति और विकेट लेने की काबिलियत मजबूत से मजबूत विरोधी टीम के परखच्चे उड़ाने में सक्षम है। हालांकि चोट और अन्य चीजों के चलते दुनिया की सबसे मशहूर टी20 लीग में उनका बहुत जलवा देखने को नहीं मिल पाया है। इंडियन प्रीमियर लीग में लगातार तीसरे सीजन में इस दिग्गज खिलाड़ी ने नीलामी में न देने और न खेलने का फैसला किया।

जहां दुनिया भर के खिलाड़ी इस साल भारत में होने वाले टी20 विश्व कप को देखते हुए इस अहम लीग का हिस्सा बनना चाहते हैं ताकि तैयारियां बेहतर हो सकें लेकिन इसके बावजूद मिचेल स्टार्क ने आईपीएल का हिस्सा न बनने का फैसला किया। क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से बात करते हुए बायें हाथ के इस तेज गेंदबाज ने आईपीएल नीलामी में इस साल हिस्सा न लेने के फैसले के पीछे का कारण बताया है।

शेफील्ड शील्ड में न्यू साउथ वेल्स की ओर से खेलने वाले मिचेल स्टार्क ने आईपीएल की नीलामी में न देने के पीछे का कारण बताते हुए कहा कि उनके लिये आईपीएल में हिस्सा लेने से ज्यादा शील्ड क्रिकेट का हिस्सा बनना जरूरी है।

उन्होंने कहा,’मैं शील्ड क्रिकेट में ज्यादा से ज्यादा खेलना चाहता हूं। अपने शरीर में लगने वाली चोटों का ध्यान रखते हुए मैं ज्यादा से ज्यादा रेड बॉल क्रिकेट खेलना चाहता हूं। जहां मेरे कई साथी खिलाड़ी आईपीएल में खेलने की तैयारी कर रहे हैं और वहां खेल रहे हैं, ऐसे में मेरी इच्छा है कि मैं शील्ड टीम में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में कामयाब हो सकूं। कई लोगों के लिये यह समर काफी मायूसी भरा रहा है लेकिन अगस्त में शुरू हुए बायोबबल से अब तक हर कोई अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहा है।’

आपको बता दें कि मिचेल स्टार्क ने आरसीबी की ओर से आईपीएल के दो ही सीजन खेले हैं जिसके 27 मैचों में उन्होंने अपने खाते में 27 विकेट लिये हैं। साल 2018 में केकेआर की टीम ने उन्हें 9.4 करोड़ रुपये में खरीदा था लेकिन चोट के चलते उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था और तब से वह नीलामी का हिस्सा नहीं बन रहे हैं।