लखनऊ:
भारतीय जनता पार्टी चुनाव घोषणा पत्र लोक कल्याण संकल्प पत्र में सम्मान जनक मानदेय का वादा करके सत्ता में आई लेकिन अपने छः साल के कार्यकाल में मात्र 500 रुपए बढ़ाए हैं। अपने संकल्प पत्र में कहा था कि सरकार बनने पर आंगनवाड़ी व आशा को सम्मानजनक मानदेय का भुगतान किया जाएगा। भाजपा की ऐसी ही घोषणाओं के कारण विधानसभा चुनाव में उसे जीत मिली। लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी अपने वादे से पीछे हट रही है। कल विधान परिषद में महिला एवं बाल विकास पुष्टाहार विभाग की मंत्री बेबी रानी मौर्य द्वारा आंगनबाड़ियों के मानदेय में वृद्धि करने से साफ इनकार करने पर आंगनबाड़ियों में गहरा आक्रोश है। आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की प्रदेश महामंत्री डॉ वीना गुप्ता ने प्रेस को जारी अपने बयान में कहा कि संविधान के अनुच्छेद 43 में भारत के हर मजदूर को सम्मानजनक जीवन जीने के लिए वेतन देने का सरकार का दायित्व निर्धारित किया गया है। बावजूद इसके आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मनरेगा से भी कम मानदेय का भुगतान किया जा रहा है। इस भीषण महंगाई में इतने कम मानदेय में अपने परिवार का जीवन चला पाना उनके लिए कठिन होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश से तुलना की जाए तो उत्तर प्रदेश में आंगनबाड़ियों का मानदेय सबसे कम है। इसके पहले आंगनबाड़ियों का अपमान करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था कि आंगनवाड़ी तो महज एक घंटे ही काम करती है और उसको जो मानदेय दिया जा रहा है वह पर्याप्त है। आंगनबाड़ियों के साथ किया जा रहे धोखे और अपमान के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा और विभिन्न संगठनों से भी संवाद कर उत्तर प्रदेश में एक बड़े आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।