हमीरपुर
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोहांड में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जनजागरूकता मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में मरीजों ने अपना पंजीकरण कराया। जिनमें मानसिक विकारों से संबंधित बीस मरीजों का चेकअप करने के बाद उन्हें दवाएं दी गई। मानसिक मंदबुद्धि बालकों को उपचार के लिए कानपुर ले जाने की सलाह दी गई।

शिविर का शुभारंभ करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ.अंजुल निरंजन ने कहा कि मानसिक रोगों का उपचार संभव है। लेकिन लोग इलाज से ज्यादा झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ जाते हैं, जो मरीजों के लिए नुकसानदेह साबित होता है। इसलिए ऐसा कोई भी मरीज जो मानसिक विकारों से ग्रसित है, उसे तत्काल चिकित्सा केंद्र लेकर जाना चाहिए। जिला अस्पताल में मन:कक्ष में ऐसे मरीजों की काउंसिलिंग की जाती है।

शिविर में मनो चिकित्सक डॉ.अखिलेश ने मरीजों की परीक्षण कर उन्हें परामर्श दिया। शिविर में फार्मासिस्ट रामशंकर और कम्युनिटी नर्स प्रगति गुप्ता ने काउंसिलिंग की। इस मौके पर मानसिक विकारों से संबंधित 20 मरीजों का परीक्षण कर उन्हें दवाएं दी गई। इनमें सीजोफ्रीनिया, मानसिक मंदबुद्धि, एंजायटी, डिप्रेशन, मिर्गी और नशे के आदि मरीजों को उचित परामर्श दिया। मानसिक मंदबुद्धि के शिकार बालकों को उपचार और जांच के लिए कानपुर ले जाने की सलाह दी गई।