मेरठ: कोरोना वायरस संक्रमण की बेकाबू होती हालत पर केंद्र सरकार ने संज्ञान लेते हुए मेरठ के प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को चेतावनी दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने मेरठ को लेकर कहा कि स्थिति चिंताजनक है। यदि सख्ती नहीं बरती गई तो 15 दिनों में केस दोगुने हो जाएंगे।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की सीएमओ डॉ. राजकुमार के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने नगर आयुक्त डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया और सीएमओ डॉ. राजकुमार के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। उन्होंने 15 मई तक की स्थिति के आधार पर मेरठ की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने पिछले 15 दिनों में दो सौ से अधिक केस और 12 मौत के आंकड़ों को मेरठ के लिए खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि इससे साफ लगता है कि मेरठ में लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन नहीं हो रहा है। हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से कराया जाए। विशेष तौर से कैंटेनमेंट एरिया में किसी को न तो बाहर आने की अनुमति दी जाए और न ही किसी को जाने की।

मेरठ में कोरोना वायरस संक्रमण की दर खतरनाक
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि मेरठ में कोरोना वायरस संक्रमण की दर और कोरोना से मृत्यु दर काफी खतरनाक स्थिति में है। सीएमओ से उन्होंने कोविड अस्पताल की स्थिति की जानकारी ली। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कोविड असपताल में वेंटिलेटर आदि की उचित व्यवस्था की जाए। कैंटेनमेंट जोन में किसी प्रकार की छूट नहीं दी जाए।

लॉकडाउन ४ में मेरठ को नहीं मिलेगी कोई छूट
वीडियो कांफ्रेंसिंग में उन्होंने यह संकेत दिए कि मेरठ को कोई छूट नहीं मिलने वाली है। हालांकि उन्होंने कहा कि लॉकडाउन-4 पर सरकार की ओर से जल्द गाइडलाइन जारी कर दी जाएगी, लेकिन रेड जोन वाले शहरों को कोई राहत नहीं मिलने वाली है।

12 राज्यों के 30 महानगरों की हुई समीक्षा
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने 12 राज्यों के 30 महानगरों की समीक्षा की, जिसमें उत्तर प्रदेश से आगरा और मेरठ शामिल था।
ये शहर हैं- मेरठ, आगरा, वृहद मुंबई, ग्रेटर चेन्नई, अहमदाबाद, थाणे, दिल्ली, इंदौर, पुणे, कोलकाता, जयपुर, नासिक, जोधपुर, तिरुवल्लुवर, औरंगाबाद, कुड्डालोर, ग्रेटर हैदराबाद, सूरत, चेंगलपट्टू, अरियालुर, हावड़ा, कुर्नूल, भोपाल, अमृतसर, विल्लुपुरम, बड़ोदरा, उदयपुर, पालघर, बरहमपुर, सोलापुर।

मेरठ को लेकर चिंता जताई गई
मेरठ के नगर आयुक्त डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की वीसी में मेरठ को लेकर गहरी चिंता जताई गई। सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए गए। साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण की बढ़ी दर और मृत्यु दर को लेकर नाराजगी जताई गई।