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कृषि कानूनों पर डेढ़ साल से दिल्ली की सीमा पर तीन कृषि कानूनों (farm laws) के खिलाफ घेरा डाले किसानों ने आज से जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया। मोदी सरकार में विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी (Minakshi Lekhi) ने इस मौके पर किसानों को गुंडे, मवाली कहा जिसपर ज़बरदस्त विवाद पैदा हो गया, बात बढ़ती देख मीनाक्षी लेखी ने अब माफ़ी मांगते हुए कहा कि मेरी बात से अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं अपनी बात वापस लेती हूँ.

केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला गया है। बहरहाल, किसानों से जुड़ी मेरी टिप्पणियों से अगर किसी को ठेस पहुंची है तो मैं अपनी बात वापस लेती हूं।

केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने गुरुवार ‘किसान संसद’ में एक मीडियाकर्मी पर कथित हमले पर कहा कि वे किसान नहीं हैं, वे गुंडे हैं, ये आपराधिक कृत्य हैं। 26 जनवरी को जो हुआ वह भी शर्मनाक आपराधिक गतिविधियां थी। विपक्ष ने इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा दिया। लेकिन उनके बयान पर हंगामा बरपा कि सरकार की नजरों में किसान मवाली हैं।