अदनान
ओलम्पिक के लिए जब भारतीय दल टोक्यो रवाना हुआ था तो पदक जीतने की सबसे ज़्यादा आशाएं निशानेबाज़ों से लगाई जा रही थी मगर एक के बाद एक भारतीय निशानेबाज़ों ने भारतीय खेल प्रेमियों के दिलों को तोडा. पदक तो दूर की बात, भारत के निशानेबाज एक इवेंट को छोड़कर फाइनल तक नहीं पहुंच सके.

महिला निशानेबाज मनु भाकर की 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में उनकी बंदूक खराब हो गई थी. 10 मीटर मिक्स्ड इवेंट में सौरभ चौधरी के साथ भी वह विफल रही थीं और फिर 25 मीटर पिस्टल इवेंट में भी वह फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई थीं. टोक्यो से लौटने के बाद मनु ने अपने पूर्व कोच पर निशाना साधा है.

मनु भाकर ने कहा कि पूर्व कोच जसपाल राणा के साथ विवाद के कारण ओलिंपिक के लिए उनकी तैयारियां प्रभावित हुई थीं. राणा ने उन्हें 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा से अपना नाम वापस लेने को कहा था.

युवा ओलिंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता ने कहा कि राणा के साथ उनके विवाद के अलावा हर कीमत पर पदक जीतने की उनकी चाहत से स्थिति और खराब हो गई. मनु ने कहा कि उनसे बार-बार यह कहा गया था कि 25 मीटर स्पर्धा से अपना नाम वापस ले क्योंकि इसमें उनका ‘स्तर उतना अच्छा नहीं है’ मनु ने म्यूनिख में आईएसएसएफ विश्व कप के दौरान टोक्यो ओलिंपिक का यह कोटा हासिल किया था.