लखनऊ:
अपराजिता जज्बा जीत का एवं अडॉप्ट सेवा समिति जो लगभग 20 वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रही है के संयुक्त तत्वावधान में 19 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला सम्मान पखवारा समापन समारोह ऐशबाग रामलीला मैदान तुलसी भवन में धूमधाम से मनाया गया। इसमें विभिन्न कार्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिसमें मुख्य रुप से पत्रकारिता के क्षेत्र से अरशाना आनंद, शिक्षा में डॉ अंशु केडिया, भाषा विकास एवं लोक भाषाओं में डॉ अपूर्व अवस्थी, कला के क्षेत्र से मनीषा कुमारी, प्रशासन के क्षेत्र से अंकिता शुक्ला, खेल के क्षेत्र से इच्छा पटेल एवं डॉ क्षेत्र शुक्ला, समाज कार्य के क्षेत्र से डॉ सुधा बाजपेई, उद्योग क्षेत्र से श्रीमती अनिला अग्रवाल, परामर्श और समाज कार्य के क्षेत्र से डॉक्टर इंदू सिंह तथा सोशल मीडिया सनसनी में आदित्य श्रीवास्तव को पुरस्कृत किया गया.

महिलाओं द्वारा विभिन्न कार्यशालाओं में प्रशिक्षण उपरांत मंत्रमुग्ध प्रस्तुतियों ने मन मोह लिया। यह प्रस्तुतियां महिलाओं ने लगभग 25 से 30 वर्ष बाद मंच पर दी। इनमें से कई प्रथम बार मंच पर आई। इन लोगों में हुनर था जज्बा था। अपराजिता समूह ने उस जज्बे और हुनर को मंच पर साकार किया। लोगों ने इस जज्बे की बहुत वाहवाही करी। यहां एक और विभिन्न प्रतियोगिताओं में 7 वर्षीय सानवी को विशेष कैटेगरी में सम्मानित किया गया तो वहीं दूसरी ओर 70 वर्षीय सुमन श्रीवास्तव को सबसे बुजुर्ग महिला प्रतियोगी के रूप में सम्मानित किया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं का पिछले पखवाड़े आयोजन किया गया था जिसमें विजयी लोगों को पुरस्कार एवं सम्मानपत्र दिए गए। लोकनृत्य लोकगीत लेखन किस रूढ़िवादी सोच से महिलाओं को बचाना चाहते हैं विषय पर तथा महिला विषय पर कविताएं रंगोली पोस्टर मेकिंग आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था।

सभी प्रतियोगिताओं में लगभग 200 एंट्री आई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पदम् विद्या बिंदु एवं विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मधुरिमा लाल ने सभी का उत्साहवर्धन किया। अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन डॉ अनुपमा श्रीवास्तव ने किया कार्यक्रम की संचालक शशि सिंह एवं उपसंचालक पार्वती थे। कार्यशाला में प्रशिक्षण प्रीति सिंह, लालिमा सक्सेना, निधि सक्सेना, गीता सेना, अनुष्का एवं नूपुर ने किया। विशेष सहयोग में प्रतिभागी रहे अर्चना, आरती, प्रीति, विनीता, पूनम, शैली, स्वाति, शिखा प्रीति, संगीता, संध्या, स्वाति, कुसुम पाठक, कविता चंचल अनेक अपराजिता महिलाएं जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाया।