टीम इंस्टेंटखबर
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार दोपहर गिरफ्तार किये गए महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय की डिमांड पर कोर्ट ने 8 दिन के लिए यानी 3 मार्च तक नवाब मलिक को ईडी की रिमांड पर भेजा है.

नवाब मलिक से हुई पूछताछ पर महाराष्ट्र सरकार ने आपत्ति जताई और केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है. इस मामले में एनसीपी प्रमुख शरद पवार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे. इसी बीच महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के मंत्रियों अजीत पवार, छगन भुजबल, हसन मुशरिफ, दिलीप पाटिल और राजेश टोपे की शरद पवार के घर आगे की रणनीति पर बैठक हुई.

इसमें राकांपा ने नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लेने का फैसला किया है. शरद पवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया कि हम बीजेपी के आगे नहीं झुकेंगे. पता चला है कि टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी सुझाव दिया था कि एनसीपी को नवाब का इस्तीफा नहीं लेना चाहिए.

नवाब मलिक की गिरफ्तारी को लेकर टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से फोन पर बातचीत की. उन्होंने नवाब मसले पर विपक्षी एकजुटता की बात कही है. ममता बनर्जी ने कहा कि जिस तरह से ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं के खिलाफ किया जाता है, उसके खिलाफ एक मजबूत संयुक्त एकजुटता जरूरी है.

वहीं, गिरफ्तारी के बाद मंत्री नवाब मलिक की ओर से ट्विटर पर लिखा गया, ‘न डरेंगे और न झुकेंगे. 2024 के लिए तैयार रहिए.’ कुछ देर बाद एक और ट्वीट किया गया, ”कुछ ही देर की ख़ामोशी है फिर शोर आएगा… तुम्हारा तो सिर्फ वक़्त है हमारा दौर आएगा !!”

कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र सराकर में मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा, ”राजनीति का स्तर गिर गया है. महाराष्ट्र में जो भी चीजें दिखाई दे रही हैं, वो उचित नहीं हैं. लोकतंत्र में विरोध करना और अपने विचार प्रकट करने का सभी को अधिकार है, लेकिन इसमें कोर्ट-कचहरी, पुलिस, केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल ठीक नहीं है.”