मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के मंत्री ने जनता को बताया भिखारी
भोपाल: मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने एक ऐसा बयान दिया है जिस पर विवाद खड़ा हो गया है। लोग उनकी टिप्पणियों की आलोचना कर रहे हैं। पटेल ने कहा, “लोगों को सरकार से भीख मांगने की आदत हो गई है।”
एक जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री पटेल ने लोगों को देश के लिए बलिदान देने वालों से सीख लेने की सलाह दी। उनकी यह टिप्पणी राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव जीतने के लिए मुफ्त में चीजें बांटने पर चल रही बहस के बीच आई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने पटेल के भाषण का एक वीडियो साझा किया और राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने राजगढ़ जिले के सुथालिया कस्बे में रानी अवंती बाई लोधी की प्रतिमा का अनावरण किया। रानी-शासिका और स्वतंत्रता सेनानी अवंती बाई ने 20 मार्च, 1858 को ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। वह मध्य प्रदेश के रामगढ़ (अब डिंडोरी) की रानी थीं।
प्रतिमा का अनावरण करने के बाद प्रह्ला पटेल ने कहा, “जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने ऐसा क्यों किया? अगर हम उनके मूल्यों को अपने जीवन में अपनाने की कोशिश करें, तो हमारा जीवन भी सफल हो जाएगा और शायद हम समाज को कुछ दे पाएं।”
उन्होंने आगे कहा, “लोगों को समाज से लेने की आदत हो गई है। अब तो वे सरकार से भीख मांगने के भी आदी हो गए हैं।” चुनाव के दौरान मुफ्त में सामान बांटने के दौरान पटेल ने कहा कि लोग नेताओं को मांग पत्र थमा देते हैं और कहा कि यह अच्छी आदत नहीं है।
उन्होंने कहा, “जब भी नेता लोगों के बीच आते हैं, तो उन्हें मांग पत्रों का ढेर थमा दिया जाता है। नेताओं को मंच पर माला पहनाई जाती है और फिर उन्हें मांग पत्र थमा दिया जाता है। यह अच्छी आदत नहीं है।” पटेल ने कहा, “मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि अगर आप ऐसा करेंगे तो आप खुश रहेंगे और एक सुसंस्कृत समाज के निर्माण में मदद करेंगे।”
उन्होंने कहा कि “भिखारियों की फौज इकट्ठी करना” समाज को मजबूत नहीं करता, बल्कि उसे कमजोर करता है। मंत्री ने कहा कि हम जितना मुफ्त चीजों की ओर आकर्षित होते हैं, उतना ही हमारे बहादुर योद्धाओं का सम्मान नहीं होता।