मुंबई: बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री माधुरी दीक्षित आज 54 वर्ष की हो गयी। मगर आज भी 45 से ज़्यादा की नहीं लगतीं। डांसिंग शोज में एक जज के रूप में आज भी उनका जादू चल रहा है, आज भी कंटेस्टेंट के साथ डांस फ्लोर पर उन्हें कम्पटीशन देती हुई नज़र आती हैं.

माधुरी दीक्षित का जन्म 15 मई 1967 को मुंबई में एक मध्यमवर्गीय मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई से हासिल की। इसके बाद उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी में माइक्राबॉयलोजिस्ट बनने के लिये दाखिला ले लिया। इस बीच उन्होंने लगभग आठ वर्ष तक कथक नृत्य की शिक्षा भी हासिल की। उन्होंने अपने सिने कैरियर की शुरूआत 1984 में राजश्री प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म अबोध से की लेकिन कमजोर पटकथा और निर्देशन के कारण फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से नकार दी गयी।

माधुरी दीक्षित की किस्मत का सितारा वर्ष 1988 में प्रदर्शित फिल्म तेजाब से चमका। फिल्म में माधुरी दीक्षित ने अनिल कपूर की प्रेयसी की भूमिका निभायी थी ।फिल्म में उनपर फिल्माया यह गीत एक दो तीन उन दिनो श्रोताओ के बीच छा गया था। फिल्म की सफलता के बाद माधुरी दीक्षित फिल्म इंडस्ट्री में अपनी सही पहचान पाने में कुछ हद तक कामयाब हो गयी। वर्ष 1990 में माधुरी दीक्षित के सिने करियर की एक और महत्वपूर्ण फिल्म दिल प्रदर्शित हुयी।फिल्म में माधुरी दीक्षित और आमिर खान की जोड़ी को सिने दर्शको ने काफी पसंद किया।फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुयी साथ ही फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये माधुरी दीक्षित को अपने सिने करियर का पहला फिल्म फेयर पुरस्कार प्राप्त हुआ।

वर्ष 1991 माधुरी दीक्षित के सिने करियर का अहम वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनके अभिनय के नये रंग दर्शको को देखने को मिले। इस वर्ष उनकी 100 डेज,साजन,प्रहार,जैसी फिल्में प्रदर्शित हुयी। इन फिल्मों की सफलता के बाद माधुरी दीक्षित शोहरत की बुंलदियों पर जा पहुंची । वर्ष 1992 में माधुरी दीक्षित की एक और अहम फिल्म फिल्म बेटा प्रदर्शित हुयी।

वर्ष 1994 में राजश्री प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म हम आपके है कौन माधुरी दीक्षित की सर्वाधिक सुपरहिट फिल्म में शुमार की जाती है। पारिवारिक पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म में उनकी जोड़ी सलमान खान के साथ काफी पसंद की गयी। इस फिल्म में उनपर फिल्माया गीत दीदी तेरा देवर दीवाना उन दिनों श्रोताओं के बीच क्रेज बन गया था। फिल्म ने सफलता के नये कीर्तिमान स्थापित किये और आल टाइम ग्रेटेस्ट हिट्स में शुमार हो गयी।

वर्ष 2002 में माधुरी दीक्षित को शरत चंद्र के मशहूर उपन्यास देवदास पर बनी फिल्म में काम करने का अवसर मिला। संजय लीला भंसाली की इसी नाम से बनी फिल्म में चन्द्रमुखीके अपने किरदार से माधुरी ने दर्शको का दिल जीत लिया और अपने दमदार अभिनय के लिये वह सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित की गयी। माधुरी दीक्षित के सिने कैरियर में उनकी जोड़ी अभिनेता अनिल कपूर साथ काफी पसंद की गयी।माधुरी दीक्षित को पांच बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा भारतीय सिनेमा में उनके योगदान को देखते हुए 2008 में उन्हें पदभूषण से अलंकृत किया गया।

वर्ष 2002 में प्रदर्शित फिल्म हम तुम्हारे है सनम के बाद माधुरी दीक्षित ने फिल्म इंडस्ट्री से किनारा कर लिया और वैवाहिक जीवन बिताने लगी।वर्ष 2007 में फिल्म आजा नच ले के जरिये उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपने सिने कैरियर की दूसरी पारी शुरू की लेकिन इस फिल्म की उन सफलता के बाद उन्होंने एक बार फिर से फिल्म इंडस्ट्री से किनारा कर लिया।माधुरी दीक्षित ने वर्ष 2013 में प्रदर्शित फिल्म ये जवानी है दीवानी से इंडस्ट्री में कमबैक किया है। इसके बाद माधुरी ने डेढ़ इश्किया, गुलाब गैंग, मराठी फिल्म बकेट लिस्ट,कलंक और टोटल धमाल में काम किया है।