नई दिल्ली। क्रिकेट में विवाद और पाकिस्तान के खिलाड़ियों का नाता काफी पुराना है। आये दिन पाकिस्तान के खिलाड़ी कभी अपने पुराने साथियों तो कभी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को लेकर कई विवादित बयान देते नजर आते हैं जिसके चलते अक्सर क्रिकेट जगत में बवाल देखने को मिलता है। हाल ही में एक इंटरव्यू में के दौरान पाकिस्तान के पूर्व कप्तान आमिर सोहेल ने ऐसा ही एक विवादित बयान पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के लिये दिया था। आमिर सोहेल ने कहा था कि शाहिद अफरीदी को न ही गेंदबाजी आती थी और न ही बल्लेबाजी उन्हें बेवजह टीम में शामिल किया गया था।

वहीं अब इस खिलाड़ी ने पूर्व कप्तान और 1992 में पाकिस्तान को इकलौता विश्व कप जिताने वाले कप्तान वसीम अकरम को लेकर खलबली मचा देने वाला बयान दिया है और कहा है कि वसीम अकरम की वजह से पाकिस्तान की टीम को 3 बार विश्व कप में हार का सामना करना पड़ा है।

आमिर सोहेल ने वसीम अकरम को लेकर बेहद विवादित बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान की टीम 1992 के बाद से एक भी विश्व कप सिर्फ इस वजह से नहीं जीत सकी क्योंकि उसकी कप्तानी वसीम अकरम के हाथों में थी।

उन्होंने कहा, ‘1992 वर्ल्ड कप को एक तरफ रख दें और 1996 वर्ल्ड कप की बात करें। 1995 में रमीज राजा कप्तान थे और उससे पहले सलीम मलिक कप्तान थे। वो काफी कामयाब रहे थे और अगर वो कुछ समय और कप्तान रहते तो वसीम अकरम को कप्तानी नहीं मिलती।’

आमिर सोहेल ने कहा कि हर बार विश्व कप से पहले वसीम अकरम को कप्तान बनाने के लिये माहौल तैयार किया जाता था लेकिन हर टीम को हार के अलावा कुछ नहीं मिलता था।

उन्होंने कहा, ‘2003 वर्ल्ड कप को देखें तो यही माहौल बनाया गया कि वसीम अकरम को कप्तान बनाओ। पाकिस्तान क्रिकेट में वसीम अकरम का योगदान यही है कि पाकिस्तान 1992 वर्ल्ड कप के बाद कोई वर्ल्ड कप नहीं जीत पाया। अकरम पाकिस्तान के लिए गंभीर होते तो पाकिस्तान 1996, 1999 और 2003 वर्ल्ड कप जीत जाता।’

गौरतलब है कि आमिर सोहेल ने ही नहीं पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज सरफराज नवाज ने भी वसीम अकरम को लेकर गंभीर आरोप लगाये थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान ने साल 1999 विश्व कप के दौरान 2 मैच फिक्स किये थे। उन्होंने दावा किया था कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल मैच और बांग्लादेश के बीच हुआ मुकाबला फिक्स था।

आपको बता दें कि पाकिस्तान की टीम ने दोनों मैचों में हार का सामना किया था। बांग्लादेश के खिलाफ मैच में पाकिस्तान की टीम ने 62 रनों से हार का सामना किया था तो वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल मैच में पाकिस्तान की टीम सिर्फ 132 रन बना सकी और ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ 20.1 ओवर में लक्ष्य हासिल कर वर्ल्ड कप कब्जा कर लिया था।