लखनऊ:
यूपी प्रेस क्लब के विस्तार के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी। शहर में सामाजिक और साहित्यिक गतिविधियां अनवरत चलती रहे इसके लिए सृजन एक बड़ा मंच है। यह बात पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने यूपी प्रेस क्लब, लखनऊ और साहित्यगंधा की ओर से आयोजित सृजन कार्यक्रम के 125 वें आयोजन में कही। उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि कोई कार्यक्रम लगातार 10 वर्षों से अधिक इतनी लोकप्रियता के साथ जारी है। पूरे अवध के रंग में रंगे इस कार्यक्रम में कवि, नेता और पत्रकारों का जमघट रहा। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि साहित्य जाति, धर्म, दल और पद की सीमाओं से इतर है। साहित्य सभ्य समाज का आईना होता है। पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रेस क्लब की इस अनूठी पहल सीख देती है कि कोई भी काम यदि मन से किया जाए तो उसकी निरंतरता बनाए रखने के लिए बड़ी सोच और बड़ा दिल रखना पड़ता है।

कार्यक्रम में सपा नेता पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप ने सृजन कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह अद्भुत कार्यक्रम है और अनवरत चलता आ रहा है। इसके लिए यूपी प्रेस क्लब के सभी पदाधिकारी को साधुवाद। यूपी प्रेस क्लब के विस्तार के प्रस्ताव पर पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के आश्वासन का स्वागत किया। बक्शी का तालाब से विधायक योगेश शुक्ला, रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दूबे, मनोज सिंह, पूर्व एम एल सी सिराज मेंहदी, सपा नेता इंशराम अली, राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह, आईएएस अधिकारी व कवि डॉ.अखिलेश मिश्र, पूर्व आईएएस अनीस अंसारी, विश्व भर में अवधी का परचम लहराने वाले राम बहादुर मिसिर, सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बहादुर सिंह, शिक्षाविद् अनिल अग्रवाल , आनंद शेखर सिंह को आईएफडब्लूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष के विक्रम राव, प्रेस क्लब के अध्यक्ष रवींद्र सिंह, यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष हसीब सिद्दीकी, लखनऊ मण्डल वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष शिव शरण सिंह, पीके तिवारी, शुशील दूबे, इस्माइल मैन सर्वेश अस्थाना, मुकुल महान, आदित्य द्विवेदी, प्रख्यात शायर संजय मिश्र शौक, डॉ.सुमन दूबे आदि दर्जनों कवियों व पत्रकारों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार देवराज सिंह, इफ्तिदा भट्टी, मुकुल मिश्रा, परवेज अहमद, अमिताभ नीलम, अविनाश शुक्ला, शिव विजय सिंह, आदित्य शुक्ला, रवींद्र शर्मा, राकेश शुक्ला, अजय सिंह आदि कवि, पत्रकार उपस्थित रहे।