टीम इंस्टेंटखबर
पिछले नौ महीनों से केंद्र और यूपी सरकार के लिए सिरदर्द बने किसान आंदोलन पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तीखी टिप्पणी की है. विवादित तीन कृषि कानूनों पर लम्बे अरसे से चल रहे किसान आंदोलन को उन्होंने चुनावी आंदोलन बताया। गौरतलब है कि आने वाले महीनों में होने वाले चुनावों में भाजपा सरकार को अपनी सत्ता बचानी है.
केशव प्रसाद मौर्य ने दिल्ली का रास्ता देखने वालों का रास्ता बंद कर दिया जाएगा, यह 2022 की तैयारी नहीं है 2024 की तैयारी कर रहे हैं। मीडिया को लेकर डिप्टी सीएम ने कहा कि कई मामलों में मीडिया भी सच्चाई नहीं दिखाता है कई खबरों को खूब बढ़ा चढ़ा कर दिखाता है। जो किसी मोर्चे पर हमारी उपलब्धियों का सामना नहीं कर पा रहे हैं हमारे कार्यों की आलोचना नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों को उठाते हैं कहीं शाहीनबाग उठाते हैं तो कहीं किसान आंदोलन उठाते हैं।
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