दिल्ली:
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत को पार्टी नेताओं ने पीएम मोदी की हार और प्रगति, सुशासन और जनता के लिए काम करने वालों की जीत बताया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन बंसल ने शनिवार को कहा कि कर्नाटक में लोगों ने प्रगति, सुशासन और जनता के लिए काम करने वाली सरकार के लिए वोट दिया है।चुनाव आयोग के नवीनतम रुझान में दिखाया गया है कि कांग्रेस 136 सीटों पर आगे चल रही है वहीँ सत्ताधारी भाजपा 64 सीटों पर सिमटती नज़र आ रही है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्विटर पर कहा कि सबसे पुरानी पार्टी जीत गई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हार गए हैं। उन्होंने कहा, कर्नाटक में नतीजे आने के बाद अब यह तय हो गया है कि कांग्रेस की जीत हुई है और प्रधानमंत्री की हार हुई है। बीजेपी ने अपने चुनाव अभियान को प्रधानमंत्री और राज्य को उनका ‘आशीर्वाद’ मिलने का जनमत संग्रह बनाया था। यह निर्णायक रूप से अस्वीकार कर दिया गया है! रमेश ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ा था, जबकि बीजेपी ने ध्रुवीकरण को चुना।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हिमालय से लेकर समुद्र तक कांग्रेस ने सफलता हासिल की है। जो लोग कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, अब दक्षिण भारत भारतीय जनता पार्टी मुक्त हो गया है। राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कर्नाटक में जो माहौल दिखा था आज उसी का नतीजा कर्नाटक के चुनाव परिणाम में स्पष्ट दिख रहा है। यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने शानदार कैंपेन किया। कर्नाटक ने सांप्रदायिक राजनीति को नकार कर विकास की राजनीति को चुना है। आने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी इसकी पुनरावृत्ति होगी।