टीम इंस्टेंटख़बर
हरियाणा के करनाल में आनदोलनरत किसानों का सिर फोड़ने का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा को भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने पहला सरकारी तालिबानी बताते हुए निशाना साधा है. राकेश टिकैत ने कहा है कि तुम हमें खालिस्तानी कहोगे तो हम भी तुम्हें तालिबानी कहेंगे.

हरियाणा के नूंह में महापंचायत करने पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा, ”अगर तुम हमें खालिस्तानी कहोगे तो हम तुम्हें तालिबानी कहेंगे. हमने पहले सरकारी तालिबानी को भारत में ढूंढ लिया है. वह हरियाणा सरकार में अधिकारी है.”

टिकैत का हरियाणा के करनाल जिले के एसडीएम आयुष सिन्हा की ओर इशारा था. टिकैत ने आगे कहा कि बीजेपी राष्ट्रीय झंडे का सम्मान नहीं करती है. हाल ही में जब किसी का (कल्याण सिंह) निधन हुआ, तब तिरंगे के ऊपर बीजेपी का झंडा रख दिया गया था. यह राष्ट्रीय ध्वज का अनादर था. उन्हें राष्ट्रीय ध्वज की परवाह नहीं है.

दरअसल, करनाल में बीते दिन किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के एक कार्यक्रम का विरोध किया था. इस कार्यक्रम में कई अन्य बीजेपी नेता भी शामिल हुए थे. किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया था, जिसमें कई किसानों के सिर फूट गए थे और खून बहने लगा था.

घटना में कम से कम दस किसानों के घायल होने की जानकारी सामने आई है. करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह विरोध करने वालों से सख्ती से निपटने और उनका सिर फोड़ देने का निर्देश दे रहे थे.

वीडियो के वायरल होने के बाद एसडीएम की काफी आलोचना हुई थी.