अदनान
हर सीरीज या मैच से पहले अब प्लेइंग इलेवन का अनुमान लगाना बंद कीजिए. उस पर बातें खत्म कीजिए. क्योंकि टीम इंडिया मे अब कुछ भी पहले जैसा नहीं रहा. विराट कोहली की कप्तानी में किसी भी खिलाड़ी की प्लेइंग इलेवन में जगह तय नहीं है. टीम चुनने का कप्तान कोहली उनका अपना तरीका है. वो खिलाड़ियों के मौजूदा फॉर्म पर टीम चुनते हैं न कि उसका इतिहास देखकर. ये तमाम बातें भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने कही है.

एक बातचीत में कैफ ने कहा है कि टीम इंडिया का मौजूदा मैनजमेंट खिलाड़ियों के मौजूदा परफॉर्मेन्स को तव्वजो देने वाला है, न कि उन्होंने पहले क्या किया है ये सोचकर मैदान पर उतारने वाला. टीम कॉम्बिनेशन में कप्तान विराट इनफॉर्म खिलाड़ियों को ही महत्व देते हैं. इसलिए ये कहना कि किसी खिलाड़ी की जगह प्लेइंग इलेवन में फिक्स है गलत होगा.

मोहम्मद कैफ ने विराट कोहली की कप्तानी पर बोलते हुए कहा, ” विराट की टीम में कुछ भी साफ नहीं है और ये बात हमें स्वीकार कर लेनी चाहिए. सौरव गांगुली ये अहसास दिलाते थे कि जाकर खेलो, मैं तुम्‍हारे साथ हूं, लेकिन विराट कोहली का वो तरीका ही नहीं है. कोहली ये देखते हैं कि कौन फॉर्म में हैं और उसे प्लेइंग इलेवन में लाते हैं.” कैफ ने आगे कहा, ” बेशक कोहली का ये अंदाज हो लेकिन आखिर में एक कप्तान को इसी से जज किया जाता है कि उसने कितनी ट्रॉफी जीती और विराट ने अभी तक एक भी ICC ट्रॉफी नहीं जीती है.”

कैफ ने कहा, ” सूर्यकुमार यादव और इशान किशन को इसी वजह से मौका मिला क्योंकि वो घरेलू क्रिकेट में फॉर्म में रहे हैं. मतलब साफ है कि ये टीम मैनेजमेंट खिलाड़ियों के पिछले परफॉर्मेन्स की ओर देखती ही नहीं. विराट कोहली का फोकस मौजूदा फॉर्म होता है. यही वजह है कि सूर्यकुमार और इशान किशन इंडिया खेल गए. और यही वजह रही कि शिखर धवन को टीम से बाहर होना पड़ा और रोहित शर्मा को आराम दिया गया.”