टीम इंस्टेंटख़बर
नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र के दिन भी संसद में पेगासस जासूसी कांड पर हंगामा हो रहा. विपक्षी दल इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं. हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही को शुरू होते ही स्थगित करना पड़ा. करीब 5 मिनट ही ये कार्यवाही चल सकी. लोकसभा 2 बजे तक और राज्यसभा 11 बजे तक स्थगित हो गई है. इसके बाद 12 बजे राज्यसभा की कार्यवाही एक बार फिर शुरू की गई, लेकिन हंगामे के चलते स्थगित कर दी गई.

कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के हंगामे पर स्पीकर ओम बिरला ने सख्त रुख अख्तियार किया. बिरला ने विपक्ष से कहा कि जिस विषय पर चर्चा चाहते हैं, नोटिस दीजिए. सरकार हर विषय पर चर्चा की प्रतिबद्धता जता चुकी है तो विपक्ष नारेबाजी क्यों कर रहा है. ये उचित नहीं है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शक्तिसिंह गोहिल ने मांग की है कि पेगासस स्पाईवेयर विवाद की जांच ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) गठित करके कराई जाए. इस विवाद में जो तथ्य सामने आए हैं, उनसे बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. क्या सरकार ने इजरायल से स्पाईवेयर खरीदा था. अगर नहीं तो गलत तरीके से भारतीय नागरिकों के फोन को हैक किया गया ? सरकार इस मामले में कटघरे में है.

शिवसेना सांसदों ने पेगासस मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी से कराने की मांग की. शिवसेना सांसदों ने स्पीकर से मुलाकात कर यह मांग की. ये संविधान द्वारा प्रदत्त गोपनीयता और स्वतंत्रता के अधिकार पर हमला है. ये मामला बेहद गंभीर है.

आप के सांसद संजय सिंह ने कहा कि पेगासस स्पाइवेयर विवाद की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक हाई लेवल एसआईटी गठित करके करनी चाहिए. देश के महत्वपूर्ण नेताओं पत्रकारों और दूसरे कई लोगों के फोन हैक की बात सामने आ रही है. इस विवाद में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का भी नाम सामने आया है. जिस महिला ने आरोप लगाया उस महिला का फोन हैक करने की बात सामने आई है. ये विवाद पहले अप्रैल में आया और फिर नवंबर में राफेल डील पर क्लीन चिट दी गई. इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. ये निजता के हनन का भी मामला है. यह कोई सामान्य मामला नहीं है. सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी की जांच से ही इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा
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तृणमूल कांग्रेस के नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने राज्यसभा में कामकाज स्थगित कर नियम 267 के तहत तुरंत पेगासस फोन हैकिंग के मुद्दे पर चर्चा की मांग की है. जासूसी मामले पर टीएमसी के सांसदों ने प्रदर्शन किया है. उनकी मांग है मामले की जांच हो. सांसद संसद सिंह ने भी राज्यसभा के शून्यकाल में आज पेगासिस मामले को उठाने के लिए “जीरो ऑवर” नोटिस दिया है.

वहीँ आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव राज्यसभा में आज इस मुद्दे पर एक बयान देंगे. राज्यसभा के कामकाज की सूची के मुताबिक आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव भारत में कुछ लोगों का कथित तौर पर फोन डेटा हैक करने के मामले में दोपहर 2 बजे सरकार की ओर से एक बयान जारी करेंगे.