नई दिल्ली: पाकिस्तान की टीम इन दिनों इंग्लैंड में जहाँ उसे वेस्टइंडीज सीरीज के बाद उससे भिड़ना है| यह सीरीज अगले महीने की शुरुआत से शुरू होगी। पाकिस्तान के बल्लेबाजी कोच यूनिस खान (yunis khan) ने हाल ही में इंग्लैंड के एक क्रिकेटर का नाम लिया है जो आगामी अंतरराष्ट्रीय मैचों में उनके लिए सबसे बड़ा खतरा हो सकता है।

पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड में पहले से ही पहुंच गई और अपना प्रशिक्षण शुरू किया है, वे 5 अगस्त और 1 सितंबर 2020 के बीच इस दौरे में तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला और तीन मैचों की टी 20 आई सीरीज खेलेंगे। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और वर्तमान पाकिस्तान के बल्लेबाजी कोच यूनिस खान को लगता है कि 25 वर्षीय इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर (jofra archer) इस दौरे में उनके लिए खतरा हो सकते हैं।

खान ने बताया कि आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 के फाइनल के दौरान महत्वपूर्ण सुपर ओवर में जिस तरह से आर्चर पर खुद पर नियंत्रण बनाए रखा, वह उनके दिमागी तौर पर मजूबत होने का प्रमाण है। इंग्लैंड ने उस गेम को बाउंड्री काउंट नियम के आधार पर जीत लिया था।

क्रिकेट पाकिस्तान के मुताबिक युनिस ने कहा, “वह (archer) असली मैच विनर और खतरा है। उसके पास मजबूत नियंत्रण है जिसको वह विश्व कप 2019 फाइनल के सुपर ओवर में साबित कर चुका है। उसकी बॉलिंग में धार है और उसका हाई आर्म एक्शन बहुत अच्छा जो गेंदबाजी में उसको और उम्दा बनाता है।”

आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 में अपनी सफल यात्रा के अलावा, आर्चर ने घर पर एशेज 2019 के दौरान भी प्रभावित किया, जहां वह 22 विकेट के साथ तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरे।

“मैंने बल्लेबाजों को शरीर के करीब खेलने और पिछले पैरों पर खेलने के लिए कहा है,” यूनिस खान ने पाकिस्तान के बल्लेबाजों को जोफ्रा आर्चर का सामना करने की सलाह दी।

आर्चर को संभालने के लिए, खान ने पाकिस्तान के बल्लेबाजों को सलाह दी है कि वह शरीर के करीब और पीछे के पैर का सामना करें क्योंकि उनका इन-स्विंगर खतरनाक हो सकता है।

खान ने इस दौरान जेम्स एंडरसन (james andersson) और स्टूअर्ट ब्रॉड (stuart broad) की भी तारीफ की लेकिन साथ ही कहा कि पाकिस्तान की टीम इस दोनों से निपट लेगी क्योंकि अगस्त में इंग्लैंड का मौसम सूखा और कम बादल वाला रहता है जिसके कारण स्विंग पर आधारित इन गेंदबाजों को खेला जा सकता है।

पिछले दो इंग्लैंड दौरों (2016 और 2018) में पाकिस्तान की टीम सीरीज ड्रा को कराने में सफल रही थी। हालांकि 1996 के बाद से पाकिस्तान को इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीत हासिल करने में सफलता नहीं मिली है।