इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट के ‘सर्वे’ के ख़त्म होने के बाद अब बीबीसी ने दावा किया है कि ‘सर्वे’ के दौरान पत्रकारों को काम करने से रोक दिया गया था. ब्रिटिश मीडिया ऑर्गेनाइजेशन ने बताया कि दिल्ली-मुंबई ऑफिस में ‘सर्वे’ के लिए पहुंचे आईटी अधिकारियों ने पत्रकारों के साथ बदसलूकी भी की.

बीबीसी की हिंदी वेबसाइट पर छपे एक लेख में सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज के बयान का खंडन किया गया है. लेख में कहा गया है, बीबीसी पत्रकारों को कई घंटों तक काम करने की इजाजत नहीं दी गई. आयकर विभाग के कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों ने भी कई पत्रकारों के साथ बदसलूकी की.’ बीबीसी ने आगे कहा, ‘पत्रकारों के कंप्यूटरों की तलाशी ली गई, उनके फोन इंटरसेप्ट किए गए और उनसे उनके काम करने के तरीकों के बारे में जानकारी मांगी गई. इसके साथ ही दिल्ली कार्यालय में काम करने वाले पत्रकारों को इस सर्वे के बारे में कुछ भी लिखने से रोक दिया गया.’

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लेख में आगे कहा गया है, यहां तक ​​कि जब वरिष्ठ संपादकों द्वारा लगातार अधिकारियों को काम जारी रखने देने के लिए कहने के बाद भी लोगों को काम करने दिया गया, तो इस दौरान भी हिंदी और अंग्रेजी पत्रकारों को काम करने से रोक दिया गया. इन दोनों भाषाओं के पत्रकारों को टेलिकास्ट समय के करीब पहुंचने पर ही काम करने की अनुमति दी गई थी.

शुक्रवार को, सीबीडीटी ने कहा कि बीबीसी समूह की विभिन्न संस्थाओं द्वारा दिखाई गई आय और लाभ भारत में उनके संचालन के पैमाने के “अनुरूप नहीं” हैं और इसकी विदेशी संस्थाओं द्वारा कुछ मोर्चे पर टैक्स का भुगतान नहीं किया गया है. ब्रिटिश मीडिया ऑर्गेनाइजेशन के खिलाफ टैक्स डिपार्टमेंट ने तीन दिनों तक ‘सर्वे’ किया, जो गुरुवार को खत्म हुआ.