दिल्ली:
बीबीसी के दिल्ली और मुंबई स्थित कार्यालयों में आयकर (आईटी) विभाग का छापे/ सर्वेपर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर हमला बोला है। पवन खेड़ा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे साहब को इतना नहीं मालूम की बीबीसी नो प्रॉफिट नौ लॉस पर काम करती है। इसमें इनकम टैक्स का कोई रोल नहीं है। साहब के अतीत पर कोई प्रकाश डाल दे तो उस मीडिया हाउस का भविष्य बर्बाद कर देंगे। ये है इनकी असलियत। 2014 से पहले इसी बीबीसी को लेकर साहब कहते थे – हम तो भरोसा ही बीबीसी पर करते हैं। अब क्या हुआ?

पवन खेड़ा ने प्रेस फ्रीडम इंडेक्स को लेकर भी मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि 2021 में जहां भारत 142वें रैंक पर थे, 2022 में 150वें रैंक पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि इस तरह के छापों से हमारी दुनिया में बदनामी होती है। बीबीसी पर छापों को लेकर कहा जा रहा है बीबीसी विदेशी साजिश कर रही थी, लेकिन क्या भारतीय न्यूज पेपर और मीडिया हाउस भी यही कर रहे थे जो उनपर भी छापे मारे गए। पवन खेडा ने कहा कि दैनिक भास्कर, न्यूजक्लिक और न्यूजलॉन्ड्री जैसी मीडिया संस्थान भी क्या विदेशी साजिश का हिस्सा थे? पहले एक चैनल पर रेड डालते हैं, फिर उनका ‘दोस्त’ वो चैनल खरीद लेता है। ये कौन सी साजिश है?

कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, “जैसे आरएसएस की शाखा होती है, वैसे ही ईडी, सीबीआई, आईटी की भी अलग-अलग देशों में शाखा बना देनी चाहिए। शायद तब ये हिंडनबर्ग जैसे संस्थानों को चुप करा सकें। इन्होंने देश का मजाक बना दिया है।” कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जो भी मीडिया संस्थान मोदी सरकार के खिलाफ कुछ लिख दे, उनकी सच्चाई बता दे उसे सरकार राष्ट्रविरोधी करार कर देती है। इसके साथ ही उन्होंने उन मीडिया संस्थानों के नाम भी बताए जिन पर हाल में सरकारी एजेंसियों ने छापा मारा।